यदि आप कोई ऐसे लेखक हैं जो अपनी कृति का स्वयं-प्रकाशन कर रहे हैं, तब अपनी पुस्तकों और ई-पुस्तकों का विक्रय करने में सहायता के लिए, विपणन वह कुशलता है जिसे आपको सीखना चाहिए।
तथापि, एक प्रकार का विपणन अनिवार्य है। वह है ऑनलाइन विषय-वस्तु विपणन और यदि इसका सही उपयोग किया जाए, तब यह वास्तव में लेखक का सबसे अच्छा मित्र हो सकता है। ऐसा क्यों है, जानने के लिए आगे पढ़िए।
इसका उपयोग आप यह शिल्पारिता करने और संवाद देने में कर सकते हैं कि आपका और आपकी पुस्तक का उद्देश्य क्या है
किसी लेखक के रूप में आप चाहते हैं कि आपका कोई लक्ष्य हो। यदि आप कोई अपसामान्य प्रेम-कथा लिखने वाले लेखक हैं तब आप उसके लिए विख्यात होना चाहते हैं, और जब आप किसी नई पुस्तक का विमोचन करते हैं तब इसके मुख्य कथानकों को एक मनोरंजक तरीके से बतलाना चाहते हैं। यदि आप कोई ऐसे लेखक हैं जो कॉर्पोरेट कोच है, तब आप चाहते हैं कि आपको इस क्षेत्र में प्रवीण होने के लिए मान्यता मिले।
आप जो कुछ लिखते हैं और जिस किसी भी दृष्टिकोण से, और जिसके लिए भी लिखते हैं, आप चाहते हैं कि आपका संवाद स्फटिक की तरह स्पष्ट रहे, जिससे किसी के मन में रंचमात्र का भी संदेह नहीं रहे, कि आपका और आपकी पुस्तकों का उद्देश्य क्या है। और आप इसे विषय-वस्तु के द्वारा करते हैं, चाहे यह निबंध. इन्फोग्राफिक या पुस्तक ट्रेलर है।
आप जो करते हैं उस पर निर्माण कीजिए
किसी लेखक के रूप में आप पहले से ही विषय-वस्तु की सृष्टि करन में प्रवीण हैं, जिन्हें पाठक मनोरंजन शिक्षा या सूचना उद्देश्यों के लिए करते हैं। या यहइ तीनों का संयोजन हो सकता है। अतः, विषय-वस्तु के द्वारा अपना और अपनी कृति का विपणन आपके लिए डरावना नहीं होना चाहिए। यह केवल इसे एक चरण आगे ले जाने की तथा ब्लौग, वीडियोज़ वेबिनेयर्स और रिपोर्ट्स के द्वारा लोगों को अपनी पुस्तकों का क्रय करने के लिए अभिप्रेरित करने का विषय है।
विषय-वस्तु विस्तारणीय है
आपके पास विषय-वस्तु की एक शक्तिशाली विशिष्टता है – इसकी विस्तार योग्यता। उदाहरण के लिए, आप अपना ब्लौगपोस्ट, जिसे आपने लेखकों को उनकी कहानियों में पात्रों की सृष्टि करने में सहायता करने के लिए लिखा है, और उसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट से प्रचारित कर देते हैं, जिससे यह अधिक व्यक्तियों तक पहुँच सके। दूसरे व्यक्ति आपकी विषय-वस्तु ले सकते हैं और अपने अनुगामियों के बीच उसे फैला सकते हैं जिससे आपके संवाद की पहुँच और भी अधिक बढ़ जाएगी।
फिर से पहिया आविष्कार करने की आवश्यकता नहीं है
मान लेते है कि आपने अपनी पुस्तक के विपणन में सहायता करने के लिए ब्लौग पोस्ट के रूप में किसी विषय-वस्तु खंड की सृष्टि की है। इसे करने के लिए आपने लिखित शब्दों (अपनी प्रतिलिपि) और छवियों का उपयोग किया है। तब आप अपने ब्लौग पर विषय-वस्तु प्रकाशित करते हैं। काम हो गया। फिर भी इसी विषय-वस्तु का उपोयग भविष्य में किया जा सकता है। आप आगे चल कर किसी दूसरी पुस्तक का विमोचन कर सकते हैं, और जिस संरचना का उपयोग आपने पिछले ब्लौग पोस्ट में किया था उसका उपयोग फिर से किया जा सकता है। वह छवियाँ भी जिनका उपयोग आपने किया था नए विषय के लिए प्रासंगिक हो सकती हैं जिस पर आप काम कर रहे हैं। डिजिटल विषय-वस्तु का विशेष सौंदर्य हैं कि कि यह पुनः उपयोग किए जाने योग्य है।
आपकी विषय-वस्तु को प्रकाशित करने के लिए बहुत से स्थान हैं
ऑनलाइन बहुत से स्थान हैं जहाँ आप अपनी विषय-वस्तु प्रकाशित कर सकते हैं। आपके अपने वेबसाइट और ब्लौग स्पष्ट हैं, और अवश्य ही आरंभिक स्थान हैं। परंतु आप अन्य व्यक्तियों के ब्लौग और गेस्ट पोस्ट का लाभ उठा सकते हैं, या आपने तुंबीर और मीडियम डॉट कॉम में जिस विषय-वस्तु की सृष्टि की है उसे पुनःप्रकाशित कर सकते हैं। निश्चित रूप से तुम्बीर में मिलियनों उपयोक्ता हैं और मीडियम डॉट कॉम सामान्यतः लेखकों के लिए एक अच्छा स्थान है जहाँ वे अपनी कृतियों को प्रकाशित कर सकते हैं और उसके लिए नए पाठकों को आकर्षित कर सकते हैं।
[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/01/hv1.jpg[/author_image] [author_info]Hiten Vyas is the Founder and Managing Editor of eBooks India. He is also a prolific eBook writer with over 25 titles to his name.[/author_info] [/author]