गैर-कल्पना-साहित्य, निश्चिंत, घेरे से बाहर कल्पना-साहित्य का सरल, सजा-सजाया, औपचारिक संस्करण प्रतीत हो सकता है; तथापि, यह धारणा, सच्चाई से उतनी ही दूर है जितना कोई अंगरेज खिली धूप से वाले गर्म मौसम से है। गत दो दशकों में प्रकाशित किसी भी गैर-कल्पना-साहित्य को पढ़िए और यह ऐसा प्रतीत होगा कि आप कोई सुरचित कहानी पढ़ रहे हैं। ऐसे शीर्षकों के लेखकों ने उत्कृष्ट गैर-कल्पना-साहित्य लिखना सीख लिया है।
कल्पना-साहित्य बनाम गैर-कल्पना-साहित्य
मैं चलचित्रों से एक उदाहरण प्रस्तुत करता हूँ। जब आप कोई ऐसा चलचित्र देखते हैं जो कल्पना साहित्य पर आधारित है (Gravity) तथा एक ऐसा चलचित्र जो सत्य घटनाओँ पर आधारित है (The Wolf of Wall Street), तब क्या उनमें से एक दूसरे से अधिक रोचक लगता है? मैं कहना चाहूँगा, नहीं। डकूमेंटरीज भी खरे, रोचक ढंग से, प्राणवंत सुंदर दृश्यों के साथ भावनात्मक मर्म के साथ दिखाई जाती हैं (20 Feet from Stardom)। मुद्दा यह है कि गैर कल्पना-साहित्य अपने तथ्यों, अपनी कुशलता, अपना प्रभुत्व, और अपनी विशिष्ट भाषा ऐसे ढंग से सूचित कर सकता है (और इसे करना चाहिए), जो पाठक को पुस्तक बंद करने के बदले आगे पढ़ते रहने के लिए प्रेरित करे।
प्रवीण
मैल्कॉम ग्लैडवेल, डेल कारनेगी, और हमारे अपने एस हुसैन जैदी अपने तथ्यों को उसी प्रकार प्रस्तुत करते हैं जैसे कोई प्रवीण कथा-वाचक अपनी कहानी और पात्रों को सजाता है। उनकी पुस्तकें रोचक किस्से, निरीक्षण या दृष्टिकोण से आरंभ होती हैं, जो पाठकों को अटकाने के लिए किसी अंकुश का कार्य करता है, और तथ्यों के समीपतर खींच लेता है। विषय-वस्तु, सूचना का अनावरण सुस्वादु टुकड़ों में करने के लिए संरचित होती है और पाठकों को और अधिक के लिए लालायित करती है। गैर-कल्पना-साहित्य के प्रवीण अपनी विषय-वस्तु पर पूर्ण अधिकार रखते हैं और अपने आत्मविश्वास को समृद्ध विवरणात्मक पृष्ठभूमि के रूप में पृष्ठ पर स्थानांतरित करते हैं।
कैसे लिखें
इन प्रवीणों से उधार लेते हुए, मैं उन कुशलताओं की सूची प्रस्तुत करता हूँ जो आपको दर्शाती है कि उत्कृष्ट गैर-कल्पना-साहित्य कैसे लिखा जाए:
1. एक कहानी कहिए
किसी निबंध का अंतर्निहित मूल भाव और सबसे पहली कुशलताओं का समुच्चय जिसे गैर-कल्पना-साहित्य लेखक के पास रहना चाहिए – वह है अपने तथ्यों और डेटा को एक रोचक कथा के रूप में सूचित करना। चाहे यह वित्त, प्रबंधन, मनोविज्ञान, या इतिहास हो; यदि कथा रोचक हो तब पाठक के लिए विवरण आत्मसात करना आसान होता है।
2. विषय का मानवीकरण कीजिए
विषय को पाठकवर्ग से जोड़ने के लिए एक तार ढूँढ़ लीजिए। पाठकों को यह बहुत पसंद आता है जब पुस्तक में प्रस्तुत की गई तथ्य-सामग्री के साथ वे स्वयं को जोड़ सकते हैं, यद्यपि विषय उनकी रुचि का नहीं भी हो सकता है। पाठकों के साथ जुड़ने के लिए एक उपाय है किसी परिकल्पित दृश्यावली को प्रस्तुत करना जो उनके साथ लिप्त है, या किसी वास्तविक जीवन अनुभव को कहना जो तुरंत पाठक से जुड़ता है।
3. समकक्षों से प्रतिपुष्टि
किसी भी लेखक (कल्पना-साहित्य या गैर-कल्पना-साहित्य) के लिए, मूल्यवान, निर्माणात्मक, प्रतिपुष्टि उपयोगी हो सकती है। गैर-कल्पना-साहित्य के लिए समकक्षों से प्रतिपुष्टि के द्वारा लेखक को इसे आंकने में सहायता मिल सकती है कि उसकी कृति ने सही उद्देश्य की सिद्धि की है या नहीं। उदाहरण के लिए, यदि आपकी पुस्तक डाइट और फिटनेस के संबंध में है, तब पोषण और फिटनेस उद्योग के मित्रों की प्रतिपुष्टि आपकी पुस्तक के लिए अधिक सार्वजनिक आकर्षण के लिए पहला चरण हो सकता है। यदि समकक्ष इसे पसंद करते हैं, तब अच्छा संयोग है कि साधारण पढ़ने वाली जनता भी इसे पसंद करेगी।
4. अपनी निपुणता को स्थापित करना
आपकी निपुणता, योग्यता और व्यक्तिगत अनुभव ही वह चीजें हैं जो आपकी पुस्तक पर सबसे पहले दृष्टि-आकर्षण करेंगी। यदि आप पुस्तक के दौरान इस निपुणता को स्थापित कर सकते हैं, तब आपकी पुस्तक सबसे अच्छी बिकने वाली है।
Image credit: miss_millions on flickr and reproduced under Creative Commons 2.0
[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/01/img-109061105-0001.jpg[/author_image] [author_info]Anand Changali is a compulsive writer whose first love is cinema. He has written scripts for animation shows, animation films, and also articles for blogs and the digital domain. His book, The Princess in Black – An Unheard Story of the Mughals, has been picked up by Srishti Publishers. [/author_info] [/author]