झुम्पा लाहिड़ी का मुकुट अनेक रत्नों से सुसज्जित है। उन्हें कई पुरस्कार जीतने का गौरव प्राप्त हैं, जिनमें हेनफील्ड फाउंडेशन(1993) का ट्रांसऐटलैंटिक पुरस्कार, “Interpreter of Maladies” (1999) केलिए ओ’हेनरी पुरस्कार, और बिलुकल हाल में Unaccustomed Earth के लिए दो पुरस्कार – फ्रैंक ओ’कॉन्नर अंतर्राष्ट्रीय लघुकथा पुरस्कार (2008) तथा एशियन अमेरिकन साक्षरता पुरस्कार (2009)। उनके लेखनों से सहकर्मी लेखक क्या सीख सकते हैं? उनके कथानकों और सुरुचिपूर्ण शैली के उपकरणों से उदीयमान लेखक अपने लेखन में क्या रंग भर सकते हैं?
सादगी
“एक चिपचिपी अगस्त की संध्या में अपनी नियत-तिथि से दो सप्ताह पहले, असीमा गांगुली सेंट्रल स्क्वायर अपार्टमेंट की रसोईघर में खड़ी है, मूढ़ी, मूँगफली और कटे प्याज के टुकड़ों को कटोरे में मिला रही है।” (The Namesake)
यह उनके उपन्यास The Namesake के आरंभिक वाक्य हैं। यह पंक्तियाँ अलंकारों तथा उपमा-युक्त वाक्यों से रहित हैं। इसकी विह्वलकारी सादगी आपको चौंकाती है और चोट करती है। लेखक इससे अपने लेखनों में सादगी लाना सीख सकते हैं। सादगी आपके लिखने में स्पष्टता लाती है तथा आपके पाठकों को भी खींचती है।
मनोभाव
झुम्पा लाहिड़ी की लेखन शैली शक्तिशाली मनोभावों का आह्वान करती है। अपने लघुकथा संग्रह, Interpreter of Maladies, की लघुकथा “A Temporary Matter” मे वह दो चरित्रों के माध्यम से एक जोड़ी का भग्न विवाह दर्शाती हैं। उनके पात्र संस्कृतियों से परे जाते हैं; वे अमेरिकी हो सकते हैं या कसकर गुँथे हुए बंगाली परिवार के हो सकते हैं। परंतु अपने कथानकों के साथ परत-दर-परत खिलवाड़ करते हुए वह अपने पाठकों के हृदय के तारों को स्पर्श करने का प्रबंध कर लेती हैं। वह अपने पात्रों से परिस्थितियोँ पर प्रतिक्रिया करवाती हैं। यह भावनात्मकता (का नहीं बल्कि) के स्थान पर मनोभावों का आह्वान करती हैं। अपने लघुकथा-संग्रह Unaccustomed Earth में भी लाहिड़ी, किसी प्रेम प्रसंग के अंत या मातापिता में किसी की मृत्यु के कथानकों के माध्यम से, और अपने पात्रों के जीवन के उदासी के पलों में गौण प्रतिक्रियाओँ का परीक्षण करने का प्रबंध करती हैं।
कल्पना
चित्रण झुम्पा लाहिड़ी के द्वारा प्रयोग की गई एक शक्तिशाली तकनीक है। चित्राण पाठकों को मनोभावों के साथ जुड़ने में सहायता करता है। उपरोक्त अंश में लाहिड़ी सुकुमार की भावनाओं का अनावरण चित्रण के द्वारा करती हैं: टैक्सी का वर्णन, उकी गर्भवती पत्नी की छवि और पतझड़ के भारी पत्ते। इस तकनीक के द्वारा, लेखक पाठकों को उन भावनात्मक यात्राओं पर भेजने का आह्वान कर सकता है जिनका अनुभव उसके पात्र कर रहा होता है। इस मामले में, पाठक वह भावनाएँ समझता है जिससे होकर कोई भावी पिता गुजर रहा होता है।
अंतर्यामी प्रथम पुरुष
अपने उपन्यास, The Namesake, में लाहिड़ी अपने पात्रों गोगोल और असीमा का उपयोग कथावाचक प्रवक्ताओं के रूप में करती हैं। उपन्यास में अनगिनत वर्णनात्मक अनुच्छेद भी हैं जिनमें अधिकतर लेखिका की अपनी आवाज गूंजती है। यह तकनीक एक बड़ी समयावधि को बहुत कम पृष्ठों में पार करने में सहायता करती है; यह कहानी पर लेखिका के कठोर नियंत्रण भी उपलब्ध करती है। इस प्रकार की लेखन शैली आपके लेखन को दिलचस्प बनाती है।
भावनात्मक कथावाचन
उनका लेखन प्रकट रूप से भावनात्मक नहीं है; फिर भी यह आपको जकड़ लेता है। “[पाठक] अपनी पारिवारिक कहानियाँ उनकी पारिवारिक कहानियोँ में पढ़ सकते हैं,” यह नौफ में लाहिड़ी के संपादक, रॉबिन डेसर का कथन है। “यह भावनाओं पर आधारित कथावाचन है जो कई परतों के पथ खोलता है, परंतु इसमें कोई छल-कपट नहीं है।” लाहिड़ी का लेखन अक्सर एकाकीपन, व्याधि या असफल विवाहों पर चिंतन करता है। जहाँ लाहिड़ी अपने पाठकों को रुलाने से भयभीत प्रतीत नहीं होतीं, वहीं भावनात्मक खिचड़ी पकाने में वह कभी भी अति नहीं करतीं।
Image credit: Carlo.benini on Wikimedia Commons and reproduced under Creative Commons 3.0[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/10/Smitha-Abraham.jpg[/author_image] [author_info]I’m Smitha Abraham. I love traveling in my flights of imagination and use these flights to craft short stories and poetry. I am a budding writer from India. My passions are reading, creative writing, listening to music, learning new languages, meeting new people, getting acquainted with different cultures and traveling. Authors like Isabel Allende, Gabriel Garcia Marquez, Carlos Ruiz Zafón, genres like magic realism, historical romance, and writing styles that are imaginative and flow effortlessly fascinate me. I love to unwind with a book curled up on a sofa or by gazing at the stars by the sea shore. I am a nature lover and spending time admiring the sunset and sunrise is relaxing for me.[/author_info] [/author]