‘Writing by the seat of your pants’ का अर्थ है किसी पुस्तक, या कहानी को पहले से किसी योजना- निर्माण या किसी भी प्रकार के कथानक की संरचना किए बिना स्वाभाविक रूप से लिखना। अधिकांश लेखकों के लिए यह वास्तव में डरावना सुनाई देता है। यही कारण है कि वे बैठ कर कोई खाका बनाते हैं, और उपन्यास के कथानक, पात्रों और घटनाओं की रचना करते हैं। तब, जब में उनके लिए बैठ कर यथार्थ में उस कहानी को लिखने का समय आता है, कुछ लेखक भावशून्य अनुभव कर सकते हैं। और यह इससे भी बुरा हो सकता है – आप लिखना आरंभ कर सकते हैं, कुछ शब्दों या अध्यायों तक पहुँच भी सकते हैं, और तब आपको बोध होता है कि आप लेखतों के अवरोध से पीड़ित हो गए हैं। यदि आपके साथ यह हो गया है – तब बधाई है! इसका निपट अर्थ यही है कि खाका तैयार करना और कथानक की रचना करना आपके लिए लिखने की सही पद्धति नहीं है। इसके बदले, इसका अर्थ है कि, कि आपकी अंतर्जात, स्वाभाविक लिखने की पद्धति के साथ अंतःप्रज्ञा और अनुभूति के आधार पर लिखना लिप्त है, जो अधिक प्रचलित शब्द “pantsing” के नाम से ज्ञात है। इस पद्धति के लगभग उतने ही लाभ हैं जितने कथानक-रचना के हैं, और ऐसा क्यों है इसके कुछ कारण संग्रह करते हुए हमने नीचे दिया है।
1. आपका कोई न कोई लक्ष्य तो है
केवल इस लिए कि आप स्वाभाविक रूप से कोई कहानी लिख रहे हैं, इसका यह अर्थ नहीं है कि आपके मन में किसी कहानी का लक्ष्य नहीं है। यथार्थ में, एक बार जब आप आरंभ करते हैं, तब आपको बोध होता है कि हाँ, कोई स्थान है जहाँ आप पहुँचना चाहते हैं। आप यह नहीं भी जान सकते हैं कि आप उस स्थान पर पहुँचेंगे कैसे, पर अपना लिखना जारी रखेंगे जब तक आप इसे जान नहीं जाएँ। अधिकांश कथानक-रचयिता तुरंत इसका विरोध करेंगे – और दावा करेंगे कि कहानी के लक्ष्य तथा अन्य मुख्य तत्वों को विकसित करने के लिए कथानक-रचना एक बेहतर पद्धति है, पर मोटे तौर पर वे गलत हैं। दोनों पद्धतियों का परिणाम एक ही होता है – कहानी की पूर्णता, अंतर केवल यही है कि आप कैसे वहाँ पहुँचते हैं।
2. आपके पात्र रहस्यमय होंगे
आपको पात्र उतने ही रहस्यमय होंगे जितने आपके पाठक हैं। आप उनके संबंध में लिखते हुए उनकी खोज कर रहे हैं – और जैसे-जैसे आप आगे बढ़ते हैं यह लेखन को उतना ही भयावह और रोमांचकारी बनाता है। और यदि उन पात्रों के संबंध में लिखना, जिन्हें आप अच्छी तरह से नहीं जान पाए हैं, अत्यधिक भयावह हो जाता है, तब आप सर्वदा अपनी पद्धति में कुछ योजना जोड़ सकते हैं और उनकी पृष्ठकथाएँ लिख सकते हैं। अन्यथा, जैसे-जैसे आप अपनी कहानी का आविष्कार कर रहे हैं, उनके व्यक्तित्वों, आंतरिक मुद्दों और उनके स्वरों का आविष्कार करने के लिए स्वच्छंद अनुव कीजिए।
3. आप अपनी कहानी का अन्वेषण कर रहे हैं
जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, आप अपनी कहानी का अन्वेषण कर रहे हैं। यदि इसे जान लेना कि आपकी कहानी का अंत कैसे होता है आपको उबा देता है, तब इसकी पूरी संभावना है कि आप लिखने में सक्षम नहीं होंगे, या यह वास्तव में कठिन होगा। और सर्वशेष, लेखक लिखते हैं क्योंकि यह उन्हें दुनिया में सबसे रोमांचक लगता है, और यदि कथानक-रचना इस अनुभूति का नाश कर देती है और आपको मार्गदर्शन देने के बदले में सीमाओँ में समेट देती है, तब स्वाभाविक रूप से अपनी कहानी लिखने और लिखते हुए इसका अन्वेषण करने में संकोच न करें। अनपेक्षित रूप से यदि कोई ड्रैगन भी प्रकट होने का निर्णय लेता है, तब आने वाले अध्यायों में संभवतः आप इस विचित्र घटना की व्याख्या करेंगे।
4. लेखक का अवरोध
आपके लेखन जीवन-काल में, कम-से-कम एक बार, लेखक के अवरोध से पीड़ित होने से कोई भी पद्धति आपकी रक्षा नहीं करेगी। चाहे यह कोई मिथक हो, या एक खतरनाक सच्चाई, लेखक का अवरोध होता है और आप इसे रोकने में सक्षम नहीं हो सकते। परंतु, एक कारण है कि क्यों लेखक के अवरोध के लिए सबसे सर्वनिष्ठ और अभिशंसित “निवारण” उन्मुक्त हो कर तब तक लिखते रहना है, जब तक आप पुनः अपनी कहानी लिखना आरंभ नहीं कर देते हैं। जब स्वाभाविक रूप से लिखने की बात आती है, तब आप एक तरह से सर्वदा स्वच्छंदता से लिख रहे हैं। इसलिए, उन दृश्यों को लिखने के बदले, जो आपकी पुस्तक में नहीं भी आ सकते हैं, आप पार्श्व कथानकों, स्पर्श-रेखाओं की सृष्टि कर रहे हैं, और संभवतः अपनी कहानी को उससे बेहतर दिशा में ले जा रहे हैं जो उससे बेहतर कार्यकारी होगा जिसकी आपने कल्पना की थी या योजना बनाई थी।
5. यह एक अभियान है
और यह सभी साथ मिल कर आपके उपन्यास को स्वाभाविक रूप से लिखने को एक सुंदर अभियान बनाते हैं। अवश्य ही, एक बार जब आप समाप्ति पर पहुँचते हैं, तब इसे सुनिश्चित करने के लिए कि आपकी कहानी कसी हुई है तथा चरित्र विकास और चरित्र के चाप-कर्ण का सुंदरता के साथ एकीकरण होता है, आपको अत्यधिक संपादन करना पड़ेगा। इससे पहले कि आप इस अंश पर पहुँचते हैं, कहानी के हृदय की सृष्टि करने के लिए आप अपने मन में एक गहन आंतरिक यात्रा पर जा रहे होते हैं। इसलिए, इसके अच्छे और बुरे पलों का आनंद लीजिए और यह मत भूलिए कि जब आपको लगता है कि स्वाभाविक रूप से अपनी कहानी लिखने में सक्षम नहीं हो रहे हैं तब कुछ पहले से हमेशा कुछ योजना और रूप-रेखा जोड़ सकते हैं।
Image credit: Katherine Tompkins on flickr and reproduced under Creative Commons 2.0[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/12/photo.jpg[/author_image] [author_info]Georgina Roy wants to live in a world filled with magic.
As a 22-year-old art student, she’s moonlighting as a writer and is content to fill notebooks and sketchbooks with magical creatures and amazing new worlds. When she is not at school, or scribbling away in a notebook, you can usually find her curled up, reading a good urban fantasy novel, or writing on her laptop, trying to create her own.
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