किसी पुस्तक को प्रकाशित करते हुए कोई लेखक जो सबसे बड़ी भूल कर सकता है वह है पूरी कहानी में घटनाओं के वर्णन की प्रक्रिया के दौरान एक ही शब्दों को बार-बार दोहराना। यह अवश्य ही सत्य है, कि पाठकों के दृष्टिकोण से, भूल की प्रबलता कई गुणकों पर निर्भर करती है (यदि आपकी कहानी आपके पाठकों के लिए गुंजायमान है, वे इसे लक्ष्य भी नहीं कर सकते कि शब्द दोहराए गए हैं)। उदाहरण के लिए, यदि आपकी कहानी उत्तम पुरुष के दृष्टिकोण सी कही गई है, तब अग्रणी के लिए शब्दों का दोहराया जाना स्वाभाविक होगा क्योंकि वे अपने आंतरिक विचारों का साझा करते हुए अपनी कहानी कहते हैं।
तथापि, इसका अर्थ नहीं है कि अपनी लिखने की शैली और आवाज में सुधार करने के लिए थेजारस का उपयोग करने में कोई भी हितलाभ नहीं हैं, यद्यपि आप उत्तम पुरुष के दृष्टिकोण से लिख रहे हैं। दूसरी ओर, जो गुर हमने नीचे उपलब्ध किए हैं वे इस पर केंद्रण करेंगे कि थेजारस का उपयोग कैसे किया जाए – परंतु वास्तव में पुस्तक लिखते समय नहीं। यदि आप प्रत्येक तीन मिनट के बाद थेजारस में कोई शब्द ढूँढ़ने के लिए रुकते हैं, तब आप कहानी में अपनी एकाग्रता तोड़ देंगे, आपका मन भटक सकता है और आपका ध्यान-केंद्रण धीरे-धीरे समाप्त हो जाएगा और एकाग्रता टूटने के बाद आप लिखना जारी रखने में सक्षम नहीं रह सकते हैं। इसलिए, हमने नीचे आपको दर्शाया है कि जिस समय आप नहीं लिख रहे हैं तब थेजारस का उपयोग कैसे करना चाहिए, और हमने व्याख्या की है कि क्यों।
1. विशिष्ट थेजारसों को पढ़िए
प्रचुर मात्रा में थेजारस तथा शब्दकोष हैं जो किसी विशिष्ट लेखन पहलू पर केंद्रण करते हैं – जैसे कोई शब्द विवरण थेजारस, या कोई भावना केंद्रित थेजारस। उस थेजारस की अपेक्षा, जो खो जाने के लिए पर्याप्त बड़ा है, दीर्धावधि में, यह विषय-वस्तु केंद्रित थेजारस आपके लिए अधिक उपयोगी होंगे। इससे पहले कि आप विषय-वस्तु केंद्रित थेजारस को पढ़ें, निर्धारित कीजिए कि कौन सी विषय-वस्तु पर आपको ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है – इसमें मनोवैज्ञानिक प्रवृत्तियाँ हैं, शारीरिक प्रकटीकरण है, या हो सकता है कि आपको जलवायु विवरणों पर काम करने की आवश्यकता है। स्मरण रखिए कि आपको थेजारस संयम से पढ़ना चाहिए – आपकी अपनी आवश्यकता और अपने समय पर निर्भर करते हुए, आपको इस कार्य के लिए दिन में, या सप्ताह में एक घंटा स्थिर करना चाहिए।
2. अपनी पसंद के नए शब्दों को चुनिए
आप प्रतिदिन नए शब्दों के साथ अपने मस्तिष्क को अतिरिक्त भार नहीं देना चाहते हैं। थेजारस ले कर पढ़ते हुए मिलने वाले प्रत्येक नए शब्द को लिख लेना केवल आपको थका देगा।। याद रखिए कि जब आप किसी विशिष्ट शब्द को पढ़ रहे हैं तथा इसके अर्थ को समझ रहे हैं, यह शब्द आपके अवचेतन मन में सोख लिया जाएगा। यथार्थ में, जब आप लिख रहे हैं और अपनी कहानी पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं उस समय यदि ऐसा लगे कि यह शब्द स्वतः उछल कर आ गया है, तब चकित नहीं हों। तथापि यदि कोई शब्द आपका ध्यान आकर्षित करता है – विचित्र सुनाई देते हुए, संगीतमयता से या सुंदरता से, या यदि इस शब्द का अर्थ आपके अंदर गूंजता है और आप जानते हैं कि अपने लिखने में आप इस शब्द का अधिक प्रयोग करना चाहेंगे, तब आपको इसे उतार लेना चाहिए, इसे अपने नोटबुक में लिख लें और पास ही रखें (अपने लिखने की मेज पर, या किसी पोस्ट-इट पर) जिससे आप इसे पढ़ेंगे और इस प्रकार, जब आप लिखेंगे तब इसका अधिक प्रयोग करेंगे।
3. संपादन के दौरान किसी थेजारस का उपयोग करें
संपादन प्रक्रिया वह समय है जिसमें थेजारस उन शब्दों और वाक्यांशों से छुटकारा पाने के लिए आपका सबसे बड़ा सहायक होता है जिन्हें आपने लिखने के दौरान बहुत बार दोहराया है। पहले, आपको उन शब्दों को लक्ष्य कर लेना चाहिए जो अधिक अक्सर प्रकट होते हैं। और तब, थेजारस का उपयोग करते हुए और पैरग्राफ, दृश्य या वार्ता को ध्यान में रखते हुए जिनमें यह शब्द और वाक्यांश हैं, आप यदि इनमें से अधिकांश को नहीं तो कुछ को उन शब्दों में बदल सकते हैं जो घटना-क्रम, किसी पात्र की शारीरिक प्रवृत्ति या किसी भावना का बेहतर विवरण देंगे।
4. किसी कहानी में इसके उपयोग की अति नहीं कीजिए
आपका गद्य पाठकों के लिए अभिगम्य होना चाहिए। जब आप थेजारस का उपयोग कर रहे हैं, तब आपको सावधान रहने की आवश्यकता है, क्योंकि उन शब्दों का उपयोग करते हुए, जिनका दैनंदिन जीवन में लगभग कोई भी प्रयोग नहीं करता, आप “अधिक चतुर” बनने का स्वांग भरते हुए दृष्टिगोचर हो सकते हैं। इसे जाँचने के लिए कि यह शब्द समसामयिक गद्य के लिए अत्यंत अस्पष्ट है या नहीं, एक सरल उपाय है कि किसी दूसरे व्यक्ति के साथ बातचीत के दौरान इसे फिसल कर निकल आने दीजिए। यदि वे इस पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दें, तब यह ठीक है। यदि वे आपको विचित्र तरह से आपको घूरने लगें और यह पूछें कि क्या आप हाल में थेजारस पढ़ रहे थे। तब हो सकता है कि अपनी कहानी में इस शब्द का उपयोग करना कोई अच्छा विचार नहीं है।
Image credit: Pixabay [author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/12/photo.jpg[/author_image] [author_info]Georgina Roy wants to live in a world filled with magic. As an art student, she’s moonlighting as a writer and is content to fill notebooks and sketchbooks with magical creatures and amazing new worlds. When she is not at school, or scribbling away in a notebook, you can usually find her curled up, reading a good urban fantasy novel, or writing on her laptop, trying to create her own.
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