एक बार जब आपने पुस्तक लिख लिया है, तब इसे दुनिया को दिखाने का समय आ गया है। यदि आपने किसी प्रकाशन गृह के साथ सौदा नहीं किया है, तब अपनी पुस्तक के प्रचार-प्रसार और विपणन का दायित्व स्वीकार करने के लिए तैयार रहिए। आज के ई-पुस्तकों और स्वयं-प्रकाशन के दिन और युग में, आप इस तथ्य पर स्तंभित हो सकते हैं कि कभी-कभी, चाहे विषय-वस्तु कितनी भी अच्छी क्यों न हो, विक्रय में अच्छा करने के लिए केवल यही पर्याप्त नहीं है। आपके द्वारा अवश्य की जाने वाली कई मुख्य कार्यवाहियाँ हैं जिनका गुरुतर प्रभाव आपकी पुस्तक के विक्रय पर पड़ेगा।
1. किसी ठोस विपणन योजना की सृष्टि करें
प्रथमतः, अपना विपणन बजट स्थापित कीजिए। आप विज्ञापन में कितना व्यय करेंगे? क्या आप किसी स्वतंत्र कार्यकर्ता को एक अनोखा पुस्तक आवरण रूपरेखित करने के लिए भुगतान करेंगे जो आपके पाठकों की दृष्टि को आकृष्ट करे? अपनी प्रथमिकताओं पर ध्यान-केंद्रित करें और निर्धारित करें कि अपने प्रचार-प्रसार पर कितना समय, प्रयास और धन व्यय करेंगे। बाजार पर शोध करना, सूचना एवं अंतर्दृष्टि प्राप्त करना नहीं भूलें, केवल लेखन उद्योग से ही नहीं, बल्कि अन्य उद्योगों से भी। अन्य सफल विपणन रणनीतियों से गुर ढूँढ़िए, और देखिए कि आप उन्हें झटक कर उनका उपयोग अपनी पुस्तक में कर सकते हैं या नहीं।
2. अपने पाठकों पर ध्यान-केंद्रित कीजिए
आपकी पुस्तक सही पाठकों के पास पहुँचे इसे सुनिश्चित करना आपके प्रचार-प्रसार, विपणन, और अंत में विक्रय पर बहुत बड़ा प्रभाव डालता है। ढूँढ़ निकालिए कि आपकी पुस्तक किसे अच्छी लगेगी। आप पुस्तक लिखना आरंभ करने से पहले भी इसे कर सकते हैं – जब तक आपको यह लगे कि इसे करना आपकी सृजन प्रक्रिया को क्षतिग्रस्त नहीं करेगा, क्योंकि सभी को प्रसन्न करने का प्रयास मंहंगा भी पड़ सकता है। अपने पाठकों को भली भांति जान लीजिए और सुनिश्चित कीजिए कि आपकी पुस्तक उन्हें आसानी से मिल जाएगी– ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों में।
3. एक ठोस पुस्तक-लोकार्पण तैयार करें
यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपकी पुस्तक को इसकी योग्यता के अनुसार आरंभ मिले, सोशल मीडिया के द्वारा ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों को लिए, अपनी पसंद के ऐसे स्थान पर कोई पार्टी दीजिए जो अनोखा है और आपकी पुस्तक की विषय-वस्तु के साथ जुड़ा हुआ है। लोगों को निमंत्रित कीजिए और उनसे कहिए कि वे पुस्तक के संवाद का प्रसार करें। अपने शांति-क्षेत्र से बाहर निकलिए और अपने साथी लेखकों के साथ टीम बना कर एक-दूसरे की कृतियों का समर्थन तथा प्रचार-प्रसार कीजिए। आपकी विधा में जिनके अनेक अनुयायी हैं, उन प्रचलित पुस्तक-ब्लौगरों और समीक्षकों को अग्रिम पाठक प्रतियाँ देते हुए पहले ही समीक्षाएँ प्राप्त कीजिए। इस प्रकार आप हलचल का निर्माण कर सकते हैं और पाठकों से अपनी पुस्तक विमोचित होने तक उत्सुकतापूर्वक अपेक्षा करा सकते हैं।
4. ऑनलाइऩ और ऑफलाइन उपस्थिति की सृष्टि कीजिए
अपने वेबसाइट को इष्टतम बनाइए; एक प्रोफेशनल छवि और बायो जोड़िए जो अप्रवीण नहीं है, फेसबुक, लिंक्डइन और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया में अपने पार्श्वचित्र में सुधार कीजिए। अपने नवीनतम विमोचनों को सम्मिलित करते हुए अपने ईमेल हस्ताक्षर में सुधार कीजिए, ऐसे पुस्तक लिंक्स बनाइए जिन्हें पाना आसान हो और वे प्रत्यक्ष अमेजन और स्मैशवर्ड्स जैसे उन खुदरा-विक्रेताओं तक जाएँ जहाँ आपकी पुस्तक सूचीबद्ध है। विशेषतः यदि आप उसी विषय पर लिखे गए अपने लेखों के साथ अपनी पुस्तक को जोड़ते हैं, तब यह आपकी पुस्तक को क्रय किए जाने में सरल बनाएगा। भौतिक रूप से और स्काइप के माध्यम से, दोनों के द्वारा, पुस्तक हस्ताक्षरों और लेखकों के आगमनों में उपस्थित रहें; पुस्तक क्लबों, पुस्तकालय सभाओं, और स्थानीय क्षेत्र सभाओं के साथ युक्त हों, जो आपको ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों में आपके प्रदर्शन में सहायता करेगा।
5. अपनी सभी पुस्तकों के लिए विज्ञापन दें
केवल इसलिए कि आपने अपनी दूसरी या तीसरी पुस्तक पर कार्य करना आरंभ किया है, इसका अर्थ यह नहीं है कि आप अब अपनी पिछली पुस्तकों का विपणन रोक सकते हैं। इसके बदले आप अपने समय को विभाजित कीजिए – और सुनिश्चित कीजिए कि आप अपनी सभी पुस्तकों का सर्वदा प्रचार-प्रसार करते हैं। यह नितांत आवश्यक है यदि आप दो पृथक पुस्तक श्रृंखलाएं लिख रहे हैं, या यदि आपने कल्पना-साहित्य और गैर-कल्पना-साहित्य जैसी विभिन्न विधाओं में पुस्तकें प्रकाशित की हैं। अपनी पसंद की पुस्तक पढ़ने के बाद पहला काम जिसे पाठक करते हैं वह यह है कि वे उसी लेखक के द्वारा लिखी गई अन्य पुस्तकें ढूँढ़ते हैं। यदि आपकी नवीनतम पुस्तक प्रकाशित की जाने के बाद, एक वर्ष पहले प्रकाशित की गयी आपकी पुस्तक का विक्रय बढ़ जाता है तब अचरज नहीं कीजिए। इसके बदले यह सुनिश्चित कीजिए कि आपने अपनी पुस्तक के अंत में अपनी सूचना, अपने वेबसाइट और आपनी सभी पिछली कृतियों के लिंक्स के साथ अपने सभी शीर्षकों को सूचीबद्ध किया है।
[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/12/photo.jpg[/author_image] [author_info]Georgina Roy wants to live in a world filled with magic.
As a 22-year-old art student, she’s moonlighting as a writer and is content to fill notebooks and sketchbooks with magical creatures and amazing new worlds. When she is not at school, or scribbling away in a notebook, you can usually find her curled up, reading a good urban fantasy novel, or writing on her laptop, trying to create her own.
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