चाहे आप किसी विशेष विषय पर गैर-कल्पना-साहित्य पुस्तक, कोई उपन्यास या लघु कथाओं का संग्रह प्रकाशित करते हैं, आप स्वयं को एक भूमिका लिखता हुआ पाएँगे। अब, आप सोच सकते हैं कि यह एक एक ऐसा अंश है जिसे पाठक अधिक अक्सर छोडने के लिए प्रवृत्त होते हैं, परंतु इसका अर्थ यह नहीं है कि लेखक को कोई उटपटांग चीज लिख कर छोड़ देनी चाहिए। एक मनोहर भूमिका आपकी पुस्तक के विषय-वस्तु पर चार चाँद लगा देगी, क्योंकि भूमिका के द्वारा आप पाठकों के लिए अपनी पुस्तक में लाना सुगम कर रहे हैं। इसलिए, अपने पुस्तक पर आकर्षित करने के लिए एक मनोहर भूमिका आप कैसे लिखते हैं?
1. इसे अंत में लिखें
यह तथ्य पूर्व-निर्धारित प्रतीत हो सकता है – यदि आपने कहानी लिखना आरंभ ही नहीं किया है तब आप भूमिका क्यों लिखेंगे? यहाँ, हम उस अवधि के संबंध में बातें कर रहे हैं जो आपकी पुस्तक को लिखना पूरा किए जाने तथा वास्तविक प्रकाशन तिथि के बीच होती है। उदाहरण के लिए, यदि पुस्तक संपादन की प्रक्रिया में है, तब इसके समाप्त होने तक प्रतीक्षा कीजिए, और तब इस प्रकार से भूमिका लिखिए जो आपकी पुस्तक के विषय-वस्तु को अनुपूरित एवं पूर्ण करेगा, चाहे यह गैर-कल्पना-साहित्य पुस्तक हो या कोई उपन्यास। कुछ अधिक प्रतीक्षा करना यह सुनिश्चित करेगा कि आप अपनी पुस्तक को दुनिया में भेजने के संपूर्ण अनुभव को ग्रहण करेंगे।
2. आप एक कहानी का साझा करें
परंतु इसे किसी शुष्क अनुस्मरण के समान नहीं लिखिए कि आप कैसे यह पुस्तक लिखने के लिए प्रवृत्त हुए थे। भूमिका के साथ एक अत्यंत लघु कथा के समान आचरण करें – और उपन्यासों के समान लघु-कथाओँ का भी कोई कथानक होता है, और उपलब्ध करने के लिए कोई लक्ष्य होता है। इस लघु-कथा में, आप, लेखक, अग्रणी हैं, और आपके पुस्तक का प्रकाशन वह लक्ष्य है जिसे आपने प्राप्त किया है। और सर्वोत्तम लघु-कथाओं में दर्शाना बनाम कहना अत्यधिक होता है – जिसका अर्थ है कि कहने के बदले आपको प्रचुर मात्रा में दर्शाना पड़ेगा। यह आपको लेखक के रूप में अधिक दिलचस्प बना देगा और साथ ही पाठक आपसे अधिक समीप अनुभव करेंगे।
3. दुनिया से कहिए कि आप क्यों लिखते हैं
आप क्यों लिखते हैं इसका कारण, किसी रचनाकार के रूप में और एक लेखक के रूप में आपके सबसे अधिक दिलचस्प पहलुओं में से एक है। प्रत्येक पाठक यह जान कर हर्षित हो उठेगा कि लिखने के संबंध में ऐसा क्या है जिससे बाध्य होकर आप लिखते हैं, विशेष रूप से जब आप एक लंबा उपन्यास प्रकाशित कर रहे हैं – इसमें बहुत से शब्द हैं। इसलिए इस कारण का साझा करना, वह चीजें जो लिखने के लिए आपको प्रेरित करती हैं, जिन चीजों को आप लिखते हुए ढूँढ़ निकालते हैं जो आपकी पुस्तक का विषय-वस्तु बनेगीं, या अपने उपन्यास में आप जिस कहानी को कहते हैं वह आपके पाठक के लिए सार्थक और विशेष हैं।
4. भूमिका में आभारोक्तियां सम्मिलित करें
जैसे ऊपर उल्लेख किया गया है, आप स्वयं को अग्रणी के रूप में रखते हुए अपनी भूमिका को किसी लघु-कथा के सदृश लिखें। आभारोक्तियों को सम्मिलित करने के लिए भूमिका से अच्छी जगह कोई भी नहीं है; उन सभी व्यक्तियों के लिए जिन्होंने आपकी पुस्तक को लिखते समय या प्रकाशित करते समय आपकी सहायता की थी। चाहे उन्होने आपको प्रेरणा दी थी या धकेला था, जब आप अवरुद्ध अनुभव कर रहे थे, या केवल आपकी कहानी के पहले मसौदों को पढ़ा था – वे आपकी कहानी के माध्यमिक चरित्र हैं। उन्हें उन नायकों के रूप में प्रस्तुत कीजिए जो वे आपके लिए बन चुके हैं, और, अनिवार्यतः, जिन उपायों से उन्होंने आपकी सहायता की थी या आपको प्रेरणा दी थी वे आपकी उस कहानी में मुख्य, महत्वपूर्ण कथानक बिंदु होंगे कि कैसे आपकी पुस्तक वह चीज बन पाई थी जिसे आपके पाठकों ने हाथों में ले रखा है।
5. पाठकों से बोलिए
भूमिका लघु-कथा हो सकती है, परंतु यद्यपि आप उपन्यास प्रथम पुरुष में लिख रहे हैं, भूमिका उत्तम पुरुष के दृष्टिकोण से लिखी जानी चाहिए। इसके दो कारण हैं। पहला, क्योंकि आप, अपरिहार्य रूप से, एक आत्मकथामूलक लघु-कथा लिख रहे हैं, और दूसरा, क्योंकि यह पाठकों को अनुभव कराएगा कि आप उनके साथ प्रत्यक्ष बातें कर रहे हैं। आप केवल इसलिए कहानी नहीं कह रहे हैं कि आपको केवल एक भूमिका लिखनी है, परंतु आप चाहते हैं कि पाठक इसे जाने। अपनी पुस्तक को दुनिया के सामने लाना हमेशा आसान नहीं होता – आखिरकार, आपकी पुस्तक आपकी रचना है, यह एक ऐसी चीज है जिसने आपने अपने जीवन के कुछ अंश रख दिए हैं। इसलिए, पाठकों के साथ बातें कीजिए– एक तरह से, पाठकों के साथ बातें करना आपको उन्हें यह दर्शाने में सहायता करेगा कि यह आपके लिए क्या अर्थ रखता है कि उन्होंने आपकी पुस्तक पढ़ने के लिए निर्णय लिया है।
Image credit: faungg’s photos on flickr and reproduced under Creative Commons 2.0[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/12/photo.jpg[/author_image] [author_info]Georgina Roy wants to live in a world filled with magic.
As an art student, she’s moonlighting as a writer and is content to fill notebooks and sketchbooks with magical creatures and amazing new worlds. When she is not at school, or scribbling away in a notebook, you can usually find her curled up, reading a good urban fantasy novel, or writing on her laptop, trying to create her own.
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