अपने उपन्यास के पृष्ठों में हास्य का योग करना उन मुख्य चीजों में से एक है जो किसी औसत उपन्यास को महान बना देता है। आखिरकार, अच्छी तरह से हँसना सभी को पसंद है। हास्य पाठकों को आपकी कृति की ओर आकर्षित करता है, भिन्न परिप्रेक्ष्यों से गहरी सच्चाई को प्रकट करता है, आपके पाठकों को आपके साथ जोड़ने में सहायता करता है। हम अपने दैनंदिन जीवन में हास्य का संधान करते हैं—हम जिन तनावों को बटोरते हैँ यह केवल उनसे निस्तार पाने में सहायता करता है। लोगों से कोमलता, उदासी और स्पर्श का अनुभव कराना उन्हें ठहाके लगाते हुए हँसाने से अधिक आसान है। तथापि, यह हमेशा एक आसान काम नहीं होता, यद्यपि यह निश्चित रूप से अत्यंत मनोरंजक हो सकता है। निम्नलिखित गुर आपको अपने लेखन में हास्य सम्मिलित करने में सहायता करेंगे।
1. द्व्न्द्व के रूप में हास्य
द्व्न्द्व तब होता है जब अग्रणी अपने किसी लक्ष्य को पूरा करने में सक्षम नहीं होता, चाहे यह किसी व्यक्ति से सूचना प्राप्त करना हो, या केवल फूल खरीदना हो। चाहे वह वार्तालाप हो, या नहीं हो, किसी विनोदपूर्ण स्थिति के माध्यम से द्व्न्द्व का आरंभ किया जाना उस दृश्य की मनोस्थिति को हल्का कर देती है। विनोदपूर्ण स्थिति में दूसरों को सम्मिलित किया जाना भी आवश्यक नहीं है– अपने अग्रणी को किसी तनाव उत्पन्न करने वाली, परंतु किसी हास्यास्पद परिस्थिति में रख दीजिए और आपको प्रहसन का खजाना मिल जाता है। अग्रणी अब भी परेशान और चिंतित है (जो कहानी के कथानक को आगे बढ़ाने में सहायता करता है), परंतु पाठक को उसकी परेशानी के कारण मजा आ रहा है तथा वह और पढ़ना चाहता है।
2. वार्तालाप में उपयोग करें
कहने के बदले, संभाषण में हास्य का उपयोग करना पात्रों के बीच संबंध दर्शाने के लिए एक उत्तम उपाय है। यद्यपि पात्र कोई गंभीर चर्चा कर रहे हैं, या परस्पर तर्क-वितर्क कर रहे हैं, यदि वे-एक दूसरे के साथ विनोदपूर्ण हो रहे हैं, तब यह दर्शाता है कि वे कितने समीप हैं। यह किसी मातापिता – संतान संबंध को एक विशेष लगाव में बदल देता है, या यह दर्शाता है कि दो व्यक्ति कैसे सबसे अच्छे मित्र हैं। परंतु हास्य उस वार्तालाप को लिखने में भी सहायता करता है जो स्मरणीय और अद्भुत हैं, इसलिए सुनिश्चित करता है कि पात्र, परिस्थिति और आदान-प्रदान किए गए शब्द पाठकों के मन में दीर्घ काल तक बने रहें।
3. पात्र चिह्नक
कल्पना-साहित्य की कृति में चिह्नक विनोदपूर्ण पात्र के लिए हमेशा स्थान रहता है, क्योंकि वे लोगों से हमेशा ठहाके लगवाते हैं। जब किसी पात्र की विनोदपूर्णता बहुत अच्छी होती है, और वह पाठकों और पात्रों, दोनों के मुखों पर मुस्कान ला देता है (वे नहीं चाहें तब भी), यह तुरंत एक परत या यदि आप चाहें तो पात्र पर एक आयाम जोड़ देता है। वे हास्य का उपयोग आत्मरक्षा यंत्रावली के रूप में, या तनाव से बचने के उपाय के रूप में करते होंगे, और यह तुरंत एक प्रश्न को जन्म देता है कि वे क्यों ऐसे बन गए हैं, और उत्साही पाठक पात्रों की पृष्ठभूमियों पर मनन करना पसंद करते हैं, विशेषतः, यदि विनोदी पात्र अग्रणी नहीं है परंतु कोई सबसे अच्छा मित्र या कोई संबंधी है।
4. कटाक्ष से सावधान
कटाक्ष एक विशेष प्रकार का व्यंग है, और जो इसे पसंद करते हैं, उनके लिए अत्यंत मनोरंजक है। तथापि प्रत्येक व्यक्ति कटाक्ष पसंद नहीं करता। वास्तव में, अधिक कटाक्ष के साथ सामना होने पर, पाठक थक जाने के लिए प्रवृत्त होते हैं – क्योंकि कटुव्यंगों में तनाव को परिवर्धित करने की क्षमता होती है, और इसकी अति वास्तव में पाठकों को हँसाने और तनाव-मुक्त करने के बदले उन्हें क्रोध दिला सकती है। बहुत से पाठक इसे हानिकारक, नीचता मान सकते हैं और अभित्रस्त अनुभव कर सकते हैं। अवश्य ही किसी उपन्यास में अत्यंत मितव्ययिता के साथ कटाक्ष का छिड़काव किया जा सकता है, परंतु केवल पात्र की मनोमितिक अवस्था दर्शाने के उपाय के रूप में, या, यदि पात्र स्वभाववश कटूक्तियाँ करता है (जो अभिशंसनीय नहीं है, कोई विनोदी पात्र किसी निरंतर कटु पात्र से अधिक आकर्षक है)। जब कटाक्ष की बात आती है, यह जितना कम हो उतना ही अधिक है।
5. तनाव हल्का कीजिए
पिछले तथ्यों को कल्पना-साहित्य लिखने के प्रति लक्ष्य किया गया था – परंतु, अपने आप में इसका यह अर्थ नहीं है कि गैर-कल्पना-साहित्य में हास्य को सम्मिलित नहीं किया जाना चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि आप कोई स्वयं-सहायता पुस्तक लिख रहे हैं, या किसी गंभीर विषय पर कोई अन्य पुस्तक लिख रहे हैं, तब स्वल्प प्रभावी, या हो सके तो अतिसूक्ष्म हास्य के साथ मनोस्थिति को हल्का करने में कोई बुराई नहीं होगी। यह सामने के विषय के प्रति नकारात्मक भावनाओं को बिखेरने में सहायता करता है। किसी गंभीर चीज पर सोचते हुए अच्छा अनुभव करना और मुस्कुराना पुस्तक में चर्चा की गई समस्या को कुछ कम भयावह तथा निपटने में आसान बना देता है।
Image credit: Francisco Osorio on flickr and reproduced under Creative Commons 2.0[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/12/photo.jpg[/author_image] [author_info]Georgina Roy wants to live in a world filled with magic.
As a 22-year-old art student, she’s moonlighting as a writer and is content to fill notebooks and sketchbooks with magical creatures and amazing new worlds. When she is not at school, or scribbling away in a notebook, you can usually find her curled up, reading a good urban fantasy novel, or writing on her laptop, trying to create her own.
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