कथा-साहित्य जगत एक ऐसी दुनिया है जहाँ आपकी कहानी संधटित होती है। आपकी कहानी प्रागैतिहासिक पृथ्वी से लेकर उड़न-कारों और विचित्र रंगों के विदेशियों से भरे भविष्यवादी संसार तक, कहीँ पर भी घटित हो सकती है। यदि आप अपनी कहानी को आधुनिक पृथ्वी पर भी स्थापित करना चाहें, तब भी यह उसी पृथ्वी का एक संस्करण होगी जिसका अस्तित्व केवल आपकी कल्पना में है। तथापि, कभी-कभी अपनी कहानियों की रचना करते हुए हम आपे से बाहर हो सकते हैं और ऐसे संसार ले आते हैं जो इतने अतिव्ययी एवं असामान्य होते हैं कि वे तर्क की लक्ष्मण-रेखा के पार चले जाते हैं और अविश्वास-योग्य बन जाते हैं। यही कारण है कि कुछ ऐसी चीजें हैं, जिन्हें अपने उस संसार की रचना करते समय, किसी लेखक के रूप में, आपको सोचना चाहिए।
1. विषय-वस्तु स्थिर कीजिए
आपके पात्र किस प्रकार की दुनिया में बसते हैं? वे आधुनिक पृथ्वी पर, कल्पना के संसार में, या किसी सुदूर भविष्य या बाह्य अंतरिक्ष में रहते हैं? यह आवश्यक है क्योंकि जिस प्रकार से यह आपके उपन्यास के कथानक में है, आपको उसे केवल ढूँढ़ कर निकालना ही नहीं है, बल्कि यह आपके लक्ष्य पाठकों तथा आपके उपन्यास की विधा को भी निर्धारित करेगा। स्मरण रखने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण चीज यह है कि अपनी पूरी पुस्तक में आपको इसी विषय-वस्तु के साथ चिपके रहना है। जगत का निर्माण सर्वदा किसी भी महान पुस्तक का चिह्न है, और इसका अर्थ है कि आपके उपन्यास के प्रत्येक पृष्ठ पर विषय-वस्तु को समनुरूप रहना पड़ेगा।
2. विभिन्न विवरणों पर शोध
उपन्यास के प्रत्येक पहलू में शोध महत्वपूर्ण है। फिर भी, अपने जगत की सृष्टि करते हुए, आप किसी ताजी और नई चीज की रचना करना चाहते हैं। इसका यह अर्थ नहीं है कि आप प्रत्येक किसी भी चीज की कल्पना कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपका पात्र एक विद्यार्थी है, परंतु गृह-कार्य तथा परीक्षाओं जैसे विद्यार्थी-सुलभ कर्तव्यों के साथ संबंधित नहीं है, तब वह विद्यार्थी अविश्वासयोग्य है। यही सिद्धांत आपके जगत के लिए भी प्रयोज्य है। नहीं, उदाहरण के लिए, इसका यह अर्थ नहीं है कि आपको प्रमात्रा भौतिकी के संबंध में जो भी जानने के लिए है वह सब-कुछ जानना है, या आपको उस भाषा में लिखना है जो विज्ञान की बोली से भरपूर है और समझने में कठिन है। इसके बदले, विज्ञान से जादू तक, उन सभी चीजों पर शोध करें जिनकी आपको आवश्यकता है, और तब उन्हें अपने उपन्यास में इस उपाय से सम्मिलित करें जो दर्शाता है कि समायोजन कथानक के लिए महत्वपूर्ण है, वहीं आप विषय में अपना नया घुमाव जोड़ सकते हैं।
3. नियम निर्धारित करें
प्रत्येक जगत को उन नियमों की आवश्यकता है जो निर्धारित करते हैं कि उनमें रहने वाले पात्र किस तरह अपना जीवन जिएँगे। यदि इसमें जादू है – तब यह कहाँ से आता है? कौन इसका प्रयोग कर सकता है और क्यों? नियम इसे निर्धारित करेंगे कि निवासी – आपके पात्र क्या कर सकते हैं और क्या नहीं कर सकते। वे पात्रों के दैनंदिन जीवन में भी एक बड़ी भूमिका निभाते हैं। अवश्य ही, इन नियमों को कहे जाने की, या आपके उपन्यास में पूर्णतः सम्मिलित किए जाने की भी आवश्यकता नहीं है। पर इन्हें आपके पात्रों की कार्यवाहियोँ के द्वारा दिखाया जाना चाहिए जिससे पाठक इनका अनुमान कर सकें।
4. परिदृश्य की रचना करें
आपके पात्र जिस संसार में रहते हैं उसकी कल्पना करें। जिन स्थानों पर वे रहते है, जैसे शहर और नगर, प्रत्येक चीज की आप जितनी बेहतर कल्पना करेंगे, इसे अपने उपन्यास में उतना ही अधिक दर्शा सकेंगे। अपने पात्रों और उनके अतिथियों को स्थानों की सृष्टि करने में आपकी सहायता करने की अनुमति दीजिए, और इसे सुनिश्चित कीजिए कि प्रयेक समायोजन कथानक में किसी भूमिका का निर्वहन करता है और पात्रों को इसकी आवश्यकता है। किसी मानचित्र का निर्माण कीजिए जो इस संसार का वर्णन करेगा। यह मत भूलिए कि संसार को सांस्कृतिक समूहों, इतिहास तथा महत्वपूर्ण घटनाओं का प्रयोजन होता है जो वर्तमान को परिभाषित करते हैं, और (एक सीमा तक) उपन्यास के कथानक में प्रकट होते हैं।
5. परीक्षण
हाँ, आपके जगत को विश्वासयोग्य होने और तर्कपूर्ण उपाय से निर्मित किए जाने की आवश्यकता है। तथापि, इसका यह अर्थ नहीं है कि आपको अपनी सृजनशीलता का गला घोंटने की आवश्यकता है – परंतु इसके ठीक विपरीत है। अपनी कल्पना को भटकने दें और तर्क को इसे सही दिशा में मार्गदर्शन करने दें। स्वयं को अपने पाठक की भूमिका में रखें और अपने जगत का “निरीक्षण” करें। यदि यह अधिक “पारलौकिक”, प्रतीत होता है, तब इसे पृथ्वी की ओर कुछ नीचे लाने का प्रयास करें, या इसे पूर्णतः हटा दें। जब तक परिदृश्य, साधारण रूप-रेखा और वैज्ञानिक, भौतिक और/या ऐंद्रजालिक नियम सुसंगत रहते है, आप हमेशा अपने संसार पर नई परतें जोड़ सकते हैं और उन्हें निकाल सकते हैं।
Image credit: Lauro Roger McAllister on flickr and reproduced under Creative Commons 2.0[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/12/photo.jpg[/author_image] [author_info]Georgina Roy wants to live in a world filled with magic.
As an art student, she’s moonlighting as a writer and is content to fill notebooks and sketchbooks with magical creatures and amazing new worlds. When she is not at school, or scribbling away in a notebook, you can usually find her curled up, reading a good urban fantasy novel, or writing on her laptop, trying to create her own.
[/author_info] [/author]