कॉपीराइटिंग क्या है? कॉपीराइटर्स की क्यों आवश्यकता है? आप सर्वोत्तम कॉपीराइटर्स में से एक कैसे बन सकते हैं? इसमें “copyrighting” के साथ भ्रमित नहीं होना है, जो किसी बौद्धिक संपदा पर सृजनात्मक स्वामित्व है, कॉपीराइटिंग (copywriting) एक अत्यंत पेचीदा कार्य है। आपको विषय-वस्तु लेखक, संपादक, व्यापार लेखक, शोधकर्ता तथा बहुत सारी विधाओं को एक साथ मिले-जुले रूप का ज्ञाता, यह सब कुछ बनना पड़ेगा। इस काम की गंभीरता को देखते हुए, इसमें घेरे से बाहर जाकर सोचने की विशाल क्षमता की अपेक्षा होती है और केवल जो भी आपके पहलू में डाल दिया जाए उसके साथ समझौता करने वाली बात नहीं है। आप अपनी कॉपीराइटिंग कुशलताओं में कैसे सुधार करेंगे इसके लिए यहाँ कुछ गुर दिए गए हैं।
1. सुनिश्चित कीजिए कि विषय आपके लिए स्पष्ट है
प्रत्येक सामग्री के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने विषय पर बने रहें और कभी भी उससे भटक नहीँ जाएँ। आप इसे केवल तभी कर सकते हैं यदि आप जिसके संबंध में लिख रहे हैं उसे स्पष्टता के साथ समझते हैं। यदि आप ऐसा करते हैं, तब आप आगे बढ़ कर विषय से संबंधित सूचना की खोज कर सकते हैं। आप क्या लिखने जा रहे हैं उस पर शोध करने के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण पूर्व-प्रयोजन है। यदि आप नहीं जानते कि आप क्या ढूँढ़ रहे हैं तब आपको कुछ भी नहीं मिल सकता।
2. सीधे मुद्दे पर जाइए
आपको सामग्री पढ़ने में बहुत सरल बनानी पड़ेगी। प्रचुर विशेषणों का प्रयोग करने पर लगेगा कि आप इधर-उधर की बातें कर रहे हैं। हम यह नहीं चाहते। केवल विशिष्ट रहिए और सीधे मुद्दे पर जाइए जिससे आपके पाठकों को आसानी से याद रहेगा कि आप किसके बारे में बातें कर रहे हैं। सामान्यीकरण भी नहीं कीजिए क्यों इससे आप अस्पष्ट तथा विषय से दूर जाते हुए लगेंगे। आपके लिए दिलचस्प सामग्री का रहस्य सूचित करना है, चर्चा करना नहीं। इन दोनों में जमीन-आसमान का अंतर है। जब आप सूचित करते हैं, तब उसके हितलाभों पर ध्यान केंद्रित रखते हैं जिसे आप अपने पाठकों के पास बेचना चाहते हैं। जब आप चर्चा करते हैं, तब आप अपने उत्पाद की विशिष्टताओं पर ध्यान केंद्रित रखते हैं।
3. जितना आसान उतना ही बेहतर
पंडित जैसे सुनाई देने का प्रयास नहीं कीजिए। बनावटी और खोखले शब्दों का प्रयोग निश्चित रूप से वर्जित है। आपके शब्द और शब्दावली जितने सीधे-सरल होंगे, आप उतनी ही व्यापकता से पाठकों तक पहुँचेंगे। आप चाहते हैं कि लोग समझें कि आप किसके बारे में लिख रहे हैं; अन्यथा आप किसी भी चीज का विपणन नहीं कर सकेंगे। उदाहरण के लिए, आपकी कॉपीराइटिंग का विषय स्मार्टफोन्स के संबंध में है। निश्चित रूप से आप जिसका विक्रय करने का प्रयास कर रहे हैं उसका वर्णन करने के लिए प्रौद्यौगिकी के शब्दों की आवश्यकता पड़ेगी। परंतु इसे सुनिश्चित कीजिए कि इनके सहायक शब्द सरल और समझने में आसान हैं।
4. अपने लक्ष्य बाजार को पहचानिए
डेविड ओग्लिवी विज्ञापन किंवदन्ती हैं जिन्होने कहा था: “उपभोक्ता मंदबुद्धि नहीं है, वह आपकी पत्नी है।” यही वह अंतरंगता है जिसके साथ आपको अपने उस लक्ष्य बाजार को जानना चाहिए, जिसके लिए आप कॉपीराइटिंग कर रहे हैं। उन्हें किसकी आवश्यकता है? किस क्षेत्र में वे अभाव-ग्रस्त हैं जिसे भरने के लिए ठीक वही चीज आपके पास है? उनकी व्यथाओँ, उनके संघर्षों और उनकी निराशाओं को पहचानिए। यदि आप इसे करने में सक्षम होते हैं, तब जो चीज आपके पास है, और उनके दर्द को हल्का करने के लिए आपका उत्पाद क्या कर सकता है, इनके लिए आगे धकेल सकते हैं।
5. अपना मूल्यांकन कीजिए
अपना कार्य आपने कितनी अच्छी तरह से किया है इसे निर्धारित करने के लिए एक ही उपाय है, कुछ समय के लिए अपना पूरा किया गया काम छोड़ कर रखिए, यदि आपके पास अब भी समय है तो लगभग एक घंटा, और इस पर ताजे दृष्टिकोण के साथ वापस लौटिए। अपनी कृति को इस तरह पढ़िए जैसे किसी दूसरे का लिखा हुआ पढ़ रहे हैं। त्रुटियाँ ढूँढ़िए, समीक्षा करते समय आलोचना करते हुए अनुदार और कठोर बनिए जैसे किसी को नौकरी से निकालने ही वाले हैं। यह आपको अपनी कृति का प्रभावी रूप से संपादन तथा और भी अधिक सुधार करने में सहायता करेगा।
Image credit: Alexander Parker on flickr and reproduced under Creative Commons 2.0[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/01/hv1.jpg[/author_image] [author_info]Hiten Vyas is the Founder and Managing Editor of eBooks India. He is also a prolific eBook writer with over 25 titles to his name.[/author_info] [/author]