वर्तमान में जब स्वयं-प्रकाशन लेखकों के लिए एक अर्थ-क्षम – और लाभदायक – विकल्प है, कई व्यक्ति यह समझ रहे हैं कि उन्हें सभी चीजें स्वयं करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि वे वही चीज कर सकते हैं जिसे नामी प्रकाशक बिना अतिरिक्त व्यय उठाए करते हैं, उन कार्यों को करने के लिए जो पुस्तक लिखने से प्रत्यक्ष संबंधित नहीं हैं, दूसरे व्यक्तियों को नियुक्त करना।
तथापि, स्वयं-प्रकाशन के स्वभाव के कारण, कई लेखक इस पर चिंतन कर रहे हैं कि उनकी टीम को विशिष्ट व्यक्तियों की आवश्यकता है। जिनमें सबसे उल्लेखनीय उदाहरण है पुस्तक प्रचारक का: इंटरनेट और सोशल मीडिया के द्वारा लेखकों को अपने-आप अपनी पुस्तकों के प्रचार-प्रसार और विपणन करने की अनुमति दिए जाने के कारण, क्या आपकी टीम में अब भी किसी पुस्तक-प्रचारक की आवश्यकता है?
इसका उत्तर है: निर्भर करता है
यह एक बहानेबाजी का उत्तर लग सकता है, परंतु यह वास्तव में आपकी आवश्यकताओं और क्षमताओं पर निर्भर करता है। इसका निर्णय करने वाला सबसे बड़ा गुणक यह प्रश्न है: क्या आप प्रचारक का काम स्वयं करने में आनंद लेते हैं या आप अपनी ऊर्जा को केवल पुस्तक लिखने तक केंद्रित करना चाहेंगे? यदि आपका उत्तर दूसरा भाग है, तब आपको अपनी टीम में एक प्रचारक की आवश्यकता है। परंतु पुस्तक-प्रचारक का ठीक-ठीक कर्तव्य क्या है?
पुस्तक प्रचारक क्या करता है
इस काम का नाम ही इसकी व्याख्या करता है। एक पुस्तक प्रचारक आपकी पुस्तक का “प्रचार” करता है – वह इसे लोगों की परिधि पर रखता/ती है और उनसे इसके संबंध में बातें करने के लिए प्रेरित करता/ती है। यदि कोई भी आपकी पुस्तक पर ध्यान नहीं दे रहा है या इसके संबंध में बातें नहीं कर रहा है, तब संयोग रहता है कि कोई भी इसे नहीं खरीदेगा। मूलभूत रूप से प्रचारक आपकी पुस्तक पर ध्यान खींचता है। अपने नाम के आधारभूत परिभाषा के अतिरिक्त भी, कई विभिन्न चीजें हैं जिन्हें आपके लिए कोई प्रचारक कर सकता है, जैसे:
1. आपकी पुस्तक के लिए किसी आला बाजार की खोज
जब तक वास्तव में आप लोकप्रिय महत्वपूर्ण व्यक्ति, या अत्यंत प्रतिभाशाली लेखक नहीं हैं, तब तक संयोग रहता है कि आपकी पहली पुस्तक केवल विशिष्ट व्यक्तियों के किसी समूह को आकर्षक लगेगी। प्रचारक इसे ठीक-ठीक खोज लेगा कि यह व्यक्तियों का कौन सा समूह है, या किसी ऐसे समूह के निर्माण करने के उपाय करने का प्रयास करेगा।
2. पाठकों के साथ संपर्क निर्माण में आपकी सहायता करेगा
हम उन दिनों से दूर जा चुके हैं जब लेखक किसी सन्यासी का जीवन चुन सकते थे। आज के दिन स्वयं लेखक पुस्तक विक्रय का मुद्दा हैं। आपको अपने पाठकों के साथ जुड़ने की आवश्यकता होती है। पुस्तक-हस्ताक्षरों की व्यवस्था करते हुए, मीडिया में आपकी पुस्तक का उल्लेख किए जाने के लिए व्यक्तित्व का प्रभाव काप्रयोग करते हुए, और कई व विरल मामलों में आपकी पुस्तक के नाम पर प्रचार स्टंट या हथकंडे करते हुए प्रचारक इसे सरल करने में सहायता करेगा।
3. आपकी पुस्तक के प्रचार-प्रसार अभियान के आयोजन में सहायता
बहुत से मामलों में, प्रचारक ऐसे कार्य करते हैं जिन्हें कुछ व्यक्ति प्रोफेशनल ऐसिस्टैंट के साथ निकटता से संबद्ध करेंगे, परंतु प्रचारक यह कार्य केवल इसलिए करते हैं कि वे पुस्तक को सार्वजनिक बनाने के साथ प्रत्यक्ष संबंधित हैं। इसमें आपके द्वारा किसी पत्रिका में अतिथि के रूप में कुछ हल्का-फुल्का लिखवाने से ले कर, वितरित की जाने वाली पुस्तकों को डाक से भेजने, यदि आप व्यस्तता के कारण साक्षात्कार में प्रत्यक्ष जाने में अक्षम हैं, तब वहाँ लेखक का प्रतिनिधित्व करना भी सम्मिलित है।
प्रचारक का कार्य-विवरण अत्यंत नमनीय है, यह इसलिए है कि उनका मुख्य उत्तरदायित्व है – आपकी पुस्तकों के लिए प्रचार उपलब्ध करना, जो सक्रियताओं और निर्धारित कार्यों के एक बड़े संकलन से संबंधित है। जैसा कि कुछ पैरा पहले इंगित किया गया है, किसी भी स्वयं-प्रकाशन टीम में पुस्तक-प्रचारक के लिए अब भी स्थान है। यह सही है, कि उन पर अतिरिक्त व्यय होगा क्योंकि बढ़िया प्रचारक मंहगे होते हैं, परंतु बदले मे जो चीजें वे देते हैं उनके लिए यह एक योग्य व्यय है। इसलिए साधारणतः, यदि आपका पुस्तक प्रकाशन व्यापार उनका व्यय सहन करने के लिए पर्याप्त बड़ा है, तब आपको पुस्तक प्रचारक की आवश्यकता है।
[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/01/hv1.jpg[/author_image] [author_info]Hiten Vyas is the Founder and Managing Editor of eBooks India. He is also a prolific eBook writer with over 25 titles to his name.[/author_info] [/author]