गैर-कल्पना साहित्य कहानियोँ के संबंध में दो तथ्य हैं। पहला है कि गैर कल्पना साहित्य को शुष्क गद्य के माध्यम से तथ्यों का संकलन होने की कोई भी आवश्यकता नहीं है। इसे बढ़िया (अवश्य ही सत्य तथ्यों को रखते हुए) कथावाचन के द्वारा अप्रतिरोध्य उपाय से लिखा जा सकता है। दूसरा तथ्य है कि प्रत्येक श्रेणी, रसोई बनाने से ले कर, यात्रा तथा वृतांत तक इसी उपाय से लिखा जा सकता है। कल्पना साहित्य कहानी लिखने की कुंजी क्या है? कुंजी लेखक की शैली में तथा कथावाचन क्षमताओं रहती है। जब गैर-कल्पना साहित्य की बात होती है, तब लेखक सत्य तथ्य रखने के लिए प्रतिज्ञा करता है। इसका अर्थ है कि किसी भी प्रकार की सृजनशीलता उन तथ्यों की केवल अपकीर्ति करेगी जिन्हें लेखक प्रस्तुत करता है। तथापि, कोई लेखक सृजनशील हो सकता है तथा सत्य तथ्य भी रख सकता है, और नीचे, आपको कुछ गुर मिलेंगे कि इसे कैसे किया जा सकता है।
1. नूतन तथा अधिप्रमाणित रहिए
गैर-कल्पना साहित्य में प्रचुर आले हैं, परंतु मुख्य श्रेणियाँ वही रह जाती हैं। आप कोई यात्रा मार्गदर्शन लिख सकते हैं, रसोई बनाने की पुस्तक, या स्वयं अपनी आत्मकथा, परंतु आप कुछ भी नया आविष्कार नहीं कर रहे हैं। तथापि, सामने के विषय के प्रति आपका सन्निकर्ष अद्वितीय रहेगा। अपनी श्रेणी तथा अपने आले की जितनी भी संभव हो सके उतनी अधिक पुस्तकें पढ़ना सर्वदा एक बढ़िया अवधारणा है। आपको अच्छी अवधारणा प्राप्त होगी कि कैसे अन्य लेखकों ने विषय के प्रति समीप-गमन किया है, और तब आप एक सर्वथा भिन्न दिशा में जा सकते हैं। यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है यदि आप गैर-कल्पना साहित्य की दुनिया में नए हैं– दृष्टि में आने के लिए सर्वोत्तम उपाय है ताजा तथा अनोखा होना।
2. लुभाइए, घेरिए, बाध्य कीजिए
गैर-कल्पना साहित्य लिखने के प्रति एक अद्वितीय सन्निकर्ष स्थापित करने के बाद, आपको अपनी लेखन शैली पर काम करना होगा। आपको आरंभ में, अपने पाठकों को किसी मनोरंजक उपाय से सूचना देनी होगी – यही वह उपाय होगा जिससे आप अपने पाठकों को प्रलोभित करेंगे। एक आराम से चलने वाली, प्रवाहमयी शैली आपके पाठकों को केवल अधिक अटकाएगी और आपकी कहानी को पढ़ना जारी रखने के लिए बाध्य करेगी। इसका अर्थ है कि अपने शोध के परिणाम प्रस्तुत करने के बदले, आप एक कहानी प्रस्तुत कर सकते हैं: शोध की प्रक्रिया, परिणाम, और इस पूरे अनुभव ने आपको कैसे प्रभावित किया था।
3. कृत्रिम के बदले सरल
जब शैली तथा भाषा की बात आती है, तब आप नहीं चाहते कि आपकी गैर-कल्पना साहित्य कहानी किसी पाठ्य पुस्तक के समान सुनाई दे। अपने मित्रों, परिवार के सदस्यों या परिचितों के सामने इसे उच्च स्वर में पढ़िए – यदि वे ऊब जाते हैं, तब आपको अपने गद्य पर कार्य करने की आवश्यकता है। लंबे वाक्यों तथा पैरग्राफों के संबंध में भूल जाइए जो सदा के लिए चलते प्रतीत होते हैं। संक्षिप्त एवं मीठा हमेशा राजसिक तथा कृत्रिम से अच्छा होता है – यह अधिक पाठकों को आकर्षित करता है। आप यह दोनों चीजें चाहते हैं, कि आपके पाठक सीखें भी और उनका मनोरंजन भी हो। यदि आपका विषय हल्का है तब हास्य का प्रयोग करें, और सूचना की आपूर्ति छोटे-छोटे टुकड़ों में करें जो आनंदपूर्वक सोख लिए जाएँगे। स्मरण रखिए, आपका लक्ष्य एक गैर-कल्पना साहित्य कहानी लिखना है – घटनाओं की पुनरावृत्ति करना नहीं।
4. भावात्मक प्रबोधन
यदि आप अपने जीवन की घटनाओं की पुनरावृत्ति कर रहे हैं तब अपने पाठकों को अपने स्थान पर रखिए। शक्तिशाली शब्दों के साथ पाठकों के मन में भावनाओं को आह्वान कीजिए। अपनी यात्रा मार्गदर्शन पुस्तक में स्थानों का वर्णन करते हुए अपनी पाँचों इंद्रियों का प्रयोग कीजिए। भाववाचक संज्ञाएँ पाठकों को बिलग कर देती हैं। अपने पाठकों को जानने दीजिए कि आपने उस विशेष विषय पर गैर-कल्पना साहित्य पुस्तक लिखना क्यों चुना था। उन्हें अनुभव कराइए कि वे केवल आपकी पुस्तक पढ़ कर आपको जानते हैं। आप वास्तविक चीजों के बारे में लिख रहे हैं, तथ्यों तथा सूचना को प्रस्तुत कर रहे हैं। व्यक्तिगत स्पर्श भावनाएँ जोड़ेगा और आपके पाठकों को कल्पना साहित्य की कहानियोँ जैसी ही यात्रा पर ले जाएगा।
5. असली कहानी
कहानी का स्मरणीय होना आवश्यक है। पूरा समाचार पत्र पढ़िए। कौन से निबंध आपको सबसे अच्छी तरह याद हैं: मौसम की रिपोर्ट, या वह सत्यकथा जिसमें लोग लिप्त थे? संभवतः दूसरी। कोई स्पर्शयोग्य कहानी किसी शुष्क रिपोर्ट पर सर्वदा विजय प्राप्त करेगी। गैर-कल्पना साहित्य में याद रखी जाने वाली बात यह है कि सत्यकथा स्मरणीय एवं मनोरंजक होनी चाहिए। – बल्कि यह भी कि तथ्यों तथा घटनाओं की कोई भी शुष्क रिपोर्ट, कहानी के सत्य का बलिदान किए बिना स्वल्प सृजनशील कथावाचन से इस प्रकार की बनाई जा सकती है।
Image credit: Pixabay[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/12/photo.jpg[/author_image] [author_info]Georgina Roy wants to live in a world filled with magic. As an art student, she’s moonlighting as a writer and is content to fill notebooks and sketchbooks with magical creatures and amazing new worlds. When she is not at school, or scribbling away in a notebook, you can usually find her curled up, reading a good urban fantasy novel, or writing on her laptop, trying to create her own.
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