यदि आप चाहते हैं कि लेखक के रूप में आपका कैरियर संवहनीय तथा लाभदायक बना रहे, तब आपको एक विपुल पाठक आधार की आवश्यकता है। यदि विशाल और अंधाधुंध-अभियानों पर झोंकने के लिए आपके पास पर्याप्त धन है तब यह प्रक्रिया आसान हो सकती है, परंतु लेखकों के पास धन का इतना प्राचुर्य होना एक विरल घटना है। यदि आपको एक बृहत् पाठक आधार की आवश्यकता है परंतु आप अधिक धन व्यय नहीं कर सकते, तब आप क्या करेंगे? यहाँ कुछ गुर हैं:
अपनी पुस्तक की डिजिटल प्रतिलिपियाँ निकालिए
कोई सफल छपी पुस्तक क्यों सम्मान का पदक मानी जाती है इसके कुछ अच्छे कारण हैं; इनमें से एक है उस पुस्तक के साथ संयोग जिसे आप हाथों में लेकर एक लेखक के रूप में अपनी कह सकते हैं। यह एक चिह्न है जिसे आपने बनाया है। तथापि, अधिक से अधिक पाठक डिजिटल क्षेत्र में जा रहे हैं। यदि आप अधिक पाठक चाहते हैं (या कदचित उन्हें अपनी छपी हुई पुस्तक के पाठक बनाना चाहते हैं), तब एक ई-पुस्तक संस्करण बनाइए। ऐसे पाठक हैं जिनके द्वारा उमंग में खरीदे जाने की अधिक संभावना है क्योंकि यह अपने साथ सुविधाएँ लाती है, और इससे सहायता मिलती है कि ई-पुस्तक छपाई संस्करण से सस्ती होती है।
इसे मुफ्त में दीजिए
यदि आप अधिक विक्रय करना चाहते हैं तब अपनी पुस्तकें मुफ्त में बांटना विलोम-सामान्यबोध प्रतीत हो सकता है, परंतु यह जागरूकता उत्पन्न करने में सहायक है क्योंकि उनमें से कुछ आपकी अन्य पुस्तकें भी खरीद सकते हैं। इसके अतिरिक्त, जिन पाठकों ने डिजिटल फॉर्मैट में आपकी पुस्तक का नमूना लिया है और छपाई पुस्तक खरीदने के लिए इसे पर्याप्त पसंद किया है क्योंकि यह अधिक सहज है और वे चीजें संग्रह करना चाहते हैं। यदि आप विक्रय कम होने का खतरा नहीं उठाना चाहते, तब नमूने के लिए अपनी पुस्तक का एक अध्याय मुफ्त में दीजिए जिससे पाठक जान सकें कि उन्हें आपसे क्या मिलने वाला है।
विज्ञापन कीजिए
यदि आपके पास कुछ अतिरिक्त पैसे हैं, तब आपकी पुस्तक का विज्ञापन करना बुरा नहीं होगा। इसका कारण है कि आज विज्ञापन उद्योग अरबों डॉलरों में खेल रहा है – क्योंकि यह व्यापार में कारगर होते हैं। यह आपकी पुस्तक का प्रचार-प्रसार करने मेंकार्य करेगा; केवल यह सुनिश्चित कीजिए कि आप पहले इसे ल्प मात्रा में करेंगे जिससे आप यह निश्चय कर सकें कि ROI स्वीकार्य होगा।
ऑनलाइन उपस्थिति का निर्माण कीजिए
अधिकतर, जब पाठक कोई पुस्तक खरीदते हैं तब वे “लेखक को भी खरीदते हैं”। यदि आप इस प्रवृत्ति का लाभ उठाना चाहें, तब आपको अपने नाम का एक ब्रैंड के रूप में निर्माण करना पड़ेगा। वेबसाइट्स, ब्लौग्स, सोशल मीडिया अकाउँट्स की सृष्टि कीजिए और एक आम व्यक्ति के समान उन्हें पोस्ट कीजिए (लोगों पर केवल प्रचार-प्रसार सामग्रियों की पोस्ट्स बौछार नहीं कीजिए)। लोगों के साथ बातचीत कीजिए, और उन्हें दर्शाइए कि आप एक जीते-जागते, साँस लेते हुए, मानव प्राणी हैं – जिसने संयोगवश वह पुस्तक भी लिखी है जिसमें वे रुचि ले सकते हैं।
अंतिम परंतु महत्वपूर्ण: उपरोक्त सभी का मिश्रण
ऊपर दिए गए गुर परस्पर एकांतिक नहीं हैं – वे साथ-साथ कार्यकारी हो सकते हैं और आपको विपुल-पाठक-आधार प्रदान करते हैं। उदाहरण के लिए, आप कोई व्यक्तिगत वेबसाइट लिख सकते हैं जिनमें आपकी पुस्तकों में से डाउनलोड किए जाने योग्य अध्याय हो सकते हैं, और तब सोशल मीडिया अकाउंट्स की सृष्टि कर सकते हैं जो वेबसाइट की ओर आवागमन चालित करेगा, और तब एक ई-पुस्तक का विज्ञापन करते हुए एस संक्षिप्त अभियान चला सकते हैं, और साथ ही अपनी पुस्तक में अपनी वेबसाइट का लिंक देना भी याद रख सकते हैं। इस उपाय से, आप पाठकों के एक संवहनीय प्रवाह की सृष्टि कर सकते हैं जिसमें एक मंच/प्लैटफॉर्म अगली तक दृष्टि-निर्देश करता है जब तक एक चक्र संपूर्ण नहीं हो जाता है।
[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/01/hv1.jpg[/author_image] [author_info]Hiten Vyas is the Founder and Managing Editor of eBooks India. He is also a prolific eBook writer with over 25 titles to his name.[/author_info] [/author]