हम जिस दुनिया में रहते हैं वह प्रतिस्पर्धातमक है, शीर्ष पर बने रहने तथा अपने प्रतियोगियों को चालों की काट सोचते हुए सोशल मीडिया मंचों में बने रहना तथा चतुर रणनीतियाँ लागू करना अनिवार्य है। यदि विभिन्न सोशल साइट्स पर आपकी सक्रियताएँ न्यूनतम हैं या नहीं हैं, तब कदाचित आपने अब-तक सोशल मीडिया के हितलाभों को समझा नहीं है।
यदि आप अपना पुस्तक प्रकाशन व्यवसाय चलाते हैं, तब इसके आकार पर ध्यान नहीं देते हुए, आपके संभावित ग्राहकों के एक समुदाय को आकर्षित करने के साथ-साथ उनकी सृष्टि करने के लिए आपको सोशल मीडिया विपणन से संबंधित कुछ सामान्य चीजों से जागरूक रहना आवश्यक है। इसमें आपके अपने नेटवर्क का निर्माण, संयोजन तथा संवाद करने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करना, उच्च कोटि की गुणवत्ता की अप्रतिरोध्य विषय-वस्तुओं का निर्माण करना तथा इसे सोशल मीडिया चैनल्स के द्वारा शेयर करना, और इन रणनीतियों को पुस्तकों तथा ईपुस्तकों के संवर्धित विक्रय में बदलना सम्मिलित हो सकते हैं।
मन में रणनीति धारण करते हुए योजना-निर्माण
आपकी सोशल मीडिया विपणन सक्रियताओं के एक सुनियोजित रणनीति की आवश्यकता होती है। इसका आरंभ आपके पुस्तक व्यवसाय को विकसित करने के लिए आपके लक्ष्य तथा उद्देश्य निर्धारित करते हुए किया जाना चाहिए जिसके साथ सफलता का माप कर सकने वाली एक ठोस योजना भी होनी चाहिए। इस योजना में विषय-वस्तु रचना की बारंबारता, आपके पुस्तक प्रकाशक वाली आवाज, ब्रैंड तथा कैसे इन्हें बाहर धकेला जाएगा, तथा इसके साथ-साथ उपने संभावित पाठक-वर्ग के द्वारा अपेक्षित प्रतिक्रिया भी सम्मिलित किया जाना चाहिए। Hootsuite तथा Sprout Social जैसे उपकरण भी यथास्थान रखना, आपके द्वारा साझा की जाने वाली विषय-वस्तु की प्रगति की जाँच, तथा आप जिन संबंधों का निर्माण करते हैं, जिन व्यस्तताओं की रचना करते हैं तथा जो उल्लेख आपको प्राप्त होते हैं उनमें सहायता करने के लिए अनमोल हो सकते हैं।
संबधों तथा सही विषय-वस्तु का महत्व
इसके बाद आवश्यकता होती है अपने आले में लेखकों, रचनाकारों और ब्लौगरौं जैसे प्रभावकारी तत्वों के साथ संबधों के निर्माण तथा सृष्टि पर ध्यान केंद्रित करने की अनिवार्यता की जो अपने अनुगामियों की अभिगम्यता देते हुए आपको अधिक व्यापक पाठक वर्ग तक पहुँचने में सहायता करते हैं, और आप भी उनके लिए वही करते हैं। दूसरी ओर, सोशल मीडिया मंचों पर आप अपने ग्राहकों के साथ जिस संबंध का निर्माण करते हैं उन्हे सावधानी से बनाने की आवश्यकता है। अपने ग्राहक के द्वारा आप पर विश्वास उत्पन्न होने की प्रतीक्षा किए बिना तुरंत उन पर सेल्स पिच की बौछार जारी कर देना सही उपाय नहीं है। आपको वह विषय-वस्तु उपलब्ध करने की आवश्यकता है जो आपके ग्राहकों को दर्शा सकें कि आपके हृदय में उनके हितों के लिए स्थान है। जब उन्हें अनुभव होता है कि आपके पुस्तक प्रकाशन व्यवसाय पर भरोसा किया जा सकता है, तब आप उनके द्वारा प्रश्रय प्राप्त करने के लिए आश्वस्त हो सकते हैं।
अपनी सोशल मीडिया रणनीति के अंश के रूप में, जिन सामग्रियों में आपके पुस्तकों की समीक्षाएं तथा उनके संबंध में चर्चाएँ छपी हैं उन्हें चैनलों पर रखना या धकेलना एक उचित कार्य हो सकता है। अधिकांश समय, संभव ग्राहक, विशेष रूप से पुस्तक प्रेमी, किसी उत्पाद का स्वयं उपयोग करने से पहले यह सुनना पसंद करते हैं कि उन उत्पादों के संबंध में दूसरों का क्या कहना है। इसे ध्यान में रखिए कि आपके संभव ग्राहक सुशिक्षित हैं, इसलिए जिस प्रकार आप सोशल मीडिया चैनलों में अपनी पुस्तक प्रकाशन कंपनी को प्रस्तुत करते हैं वह उन्हें पसंद आने की आवश्यकता है।
ग्राहकों को मोहित करते हुए रोचकता की सृष्टि कीजिए
अपने संभव पाठकों के साथ सफल संवाद की अपेक्षा करने के लिए, अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स की निरंतर जाँचकरते रहना अत्यंत महत्वपूर्ण है। ऐसा करना, आपको किसी भी प्रश्न का समय पर तथा कुशल ढंग से उत्तर देने के लिए अनुमति देगा। आप एक तथा-कथित दृश्यमान पुस्तक भी जोड़ सकते हैं, जो आपके पाठकों को अधिक आकर्षित कर सकता है। यह आपकी पुस्तकों से लिए गए आकर्षिक चित्रों या आमोदपूर्ण उद्धरणों से उनके लिए उपयोगी लिंक्स तथा संसाधनों के द्वारा लिया जा सकता है।
सोशल मीडिया उद्यम के पीछे के मुख्य व्यक्ति के रूप में, आपका यह जानना परम-आवश्यक है कि संवाद से कब जुड़ना चाहिए। इसे मन में धारण करते हुए, के अस्तित्व के कारण ट्विटर जैसे सोशल मीडिया साइट्स प्रभावी उपकरण सिद्ध हो सकते हैं, जो आपको उन व्यक्तियों का पता लगाने की अनुमति दे सकते हैं जो किसी विशेष विषय पर बातें कर रहे हैं, जो आपके मामले में, आपकी पुस्तक है। एक बार जब आपने इन व्यक्तियों का पता लगा लिया है, तब आप उनसे जुड़ सकते हैं तथा अपने वेब साइट पर ले जा सकते हैं। जब अधिक आगमन उत्पन्न होते हैं, तब आपका पुस्तक व्यवसाय भी विकसित होना आरंभ करेगा।
प्रयोग कीजिए तथा निवेश की वापसी मन में रखिए
एक बार जब उचित जाँच उपकरणों का प्रयोग करते हुए आपकी सोशल मीडिया रणनीति सक्रिय होती है, तब आपको बहुत अच्छी अवधारणा हो जाएगी कि कौन से सोशल मीडिया मंच आपको वे परिणाम दे रहे हैं जो आपके लक्ष्यों तथा उद्देश्यों के साथ आपकी योजना के अनुसार एकरेखित हैं, जैसी आपने योजना बनाई थी।
किसी प्रकाशक के लिए सकारात्मक परिणाम सामान्यतः उसकी पुस्तकों के विक्रय में वृद्धि होती है। तथापि, कुछ अन्य गुणक भी हैं जो प्राथमिकता से वह विक्रय संभव करते हैं। इन दूसरों मैं सम्मिलित हैं अपने आले में प्रभावकारियों के साथ, तथा पाठकों के साथ सोशल मीडिया के द्वारा सही संबंध की सृष्टि, तथा अधिक व्यक्तियों तक पहुँचने के लिए आपके ऑनलाइन नेटवर्क्स ते द्वारा ऑनलाइन विषयवस्तु का साझा किया जाना। यदि ऐसी चीजें उपलब्ध की जा रही हैं तब उन सक्रियताओं को जारी रखें जो ऐसे परिणामों की अधिक सृष्टि करती है।
यदि आपके मनवांछित फल की प्राप्ति नहीं हो रही है, तब अपनी रणनीति को अंगीकार करने का समय आ गया है। बेहतर है कि अपेक्षित परिणाम नहीं मिलने पर सोशल मीडिया पर समय नहीं गँवाते हुए अलग उपाय से प्रयास करें। क्योंकि आखिरकार समय ही धन है।
Image credit: Brantley Davidson on flickr and reproduced under Creative Commons 2.0[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/01/hv1.jpg[/author_image] [author_info]Hiten Vyas is the Founder and Managing Editor of eBooks India. He is also a prolific eBook writer with over 25 titles to his name.[/author_info] [/author]