अपनी पुस्तक के विक्रय तथा राजस्व पर अधिक नियंत्रण रखने के लिए इच्छुक लेखक, अमेजन, स्मैशवर्ड्स, कोबो, इत्यादि, सामान्य ई-पुस्तक साइट्स के बदले अपनी पुस्तकें स्वयं अपनी ऑनलाइन पुस्तकों की दुकान पर विक्रय करने के विकल्प की खोज कर सकते हैं। स्वयं अपनी ई-पुस्तक ऑनलाइन दुकान की स्थापना करना बहुत बड़ा काम प्रतीत हो सकता है, परंतु उन लेखकों के लिए जो अपने लेखन को एक उचित व्यापार जोखिम में बदलने के लिए तैयार हैं, एक ऑनलाइन पुस्तक-दुकान एक अत्यंत लाभकारी व्यापार हो सकती है। लेखकों के पास केवल अपनी पुस्तकों को विक्रय करने के लिए एक सहज पुस्तकों की दुकान खोलने, या विविध शीर्षकों का विक्रय करने वाली एक बड़ी ऑनलाइन पुस्तक-दुकान की स्थापना करने के विकल्प हैं। कुछ लेखक एक सहज ई-पुस्तक दुकान के साथ मंद गति से आरंभ करना और तब पूरे आकार की आनलाइन पुस्तकों की दुकान चलाना पसंद करते हैं।
अपनी ऑनलाइन पुस्तक-दुकान की सृष्टि करने के लिए यहाँ कुछ गुर दिए गए हैं:
1. आकर्षक, प्रोफेशनल दिखने वाली, अलग साइट बनाइए
अपनी ऑनलाइन पुस्तक दुकान पर पाठकों को आकर्षित करने के लिए उन्हें वहाँ कोई पुस्तक खरीदने के लिए पर्याप्त समय तक रखने के लिए, आपकी साइट अच्छी तरह से रूप-रेखित तथा प्रोफेशनल दिखने वाली होनी चाहिए। अपने पहले से चल रहे ब्लौग या वेबसाइट पर ऑनलाइन पुस्तकों की दुकान स्थापित करने के प्रलोभन से बचिए। यद्यपि आपके ब्लौग/वेबसाइट पर बहुत अधिक आवागमन हो सकते हैं, या बहुत अच्छी विषय-वस्तु हो सकती है, दीर्घावधि में अपनी ऑनलाइन पुस्तकों की दुकान के लिए एक अलग डोमेन नाम से अलग साइट का होना अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। इसके अतिरिक्त, ऑनलाइन पुस्तकों की दुकान की ई-वाणिज्य लिंक्स, आंतरिक लिंक्स, दुकान की अनुभूति और अद्वितीय ब्रैंडिंग जैसी मांगें अधिकांश ब्लौगिंग मंचों की सीमा से परे हैं।
2. किसी ऑनलाइन पुस्तकों की दुकान के सभी अवयवों की योजना बना लीजिए
किसी सफल ऑनलाइन पुस्तक-दुकान के लिए, सुरक्षित भुगातान पद्धति, अच्छे वेबसाट डिजाइन, विशेष सॉफ्टवायर सूट्स, तथा अंत में उत्पादों के लिए सुलिखित एवं अप्रतिरोध्य विक्रय प्रतिलिपि जैसे कई अनिवार्य अवयव हैं। कई व्यक्ति ऑनलाइन पुस्तकों की दुकान के लिए ऑप्टिमाइजप्रेस सॉफ्टवायर का उपयोग करते हैं क्योंकि यह सॉफ्टवायर जारी वर्डप्रेस साइट्स के साथ कार्य करता है और इसे विशेष रूप से उत्पादों के विक्रय के लिए रूपरेखित किया गया है। आप किसी ई-वाणिज्य वेंडर के समान ई-जंकी का प्रयोग कर सकते हैं जो ई-पुस्तकों को विक्रय करने के लिए सुरक्षित और सस्ता उपाय है, या गुमरोड जैसे किसी भिन्न विकल्प के साथ प्रयास कर सकते हैं।
3. प्रलोभन तथा मुफ्त विज्ञापन वस्तुएँ जोड़िए
आपके पाठकों को विश्वास दिलाए जाने की आवश्यकता है कि आपकी साइट पर पुस्तकें खरीदना अन्य साइट्स की अपेक्षा बेहतर है। जहाँ अमेजन जैसे साइट्स पर अधिक आवागमन होता है, उनके पास लेखकों के लिए अपने पाठकों को विशेष छूटें तथा आकर्षक सौदे उपलब्ध करने के लिए विकल्प सीमित हैं। आपकी अपनी ऑनलाइन पुस्तक दुकान पर, अपनी साइट को पुस्तक क्रेताओँ के लिए एक बेहतर विकल्प बनाने के लिए, आप प्रचुर मात्रा में आकर्षक प्रलोभन, सौदे, मुफ्त विज्ञापन वस्तुएं और विश्ष्टताएँ जोड़ सकते हैं।
4. अन्य मंचों पर अपनी पुस्तकों की उपलब्धता सीमित कीजिए
आप अपनी पुस्तकों का अमेजन जैसी टॉप-सेलिंग साइट्स पर सूचीबद्ध रखना जारी रख सकते हैं, परंतु इन साइट्स पर अपनी पुस्तकों के लिंक्स सीमित कीजिए। जब आप अपने ब्लौग पर अपनी पुस्तक का उल्लेख करते हैं, तब अपनी पुस्तक पृष्ठ को अमेजन या अन्य साइट्स पर लिंक करने के बदले, अपनी ऑनलाइ पुस्तक दुकान पर लिंक कीजिए। अपने सारे प्रचार-प्रसार तथा विपणन का ध्यान-केंद्रण अपनी ऑनलाइन पुस्तक-दुकान पर कीजिए, तथा अपनी पुस्तक के विक्रय को अधिकतम करने के लिए क्रेताओँ को इस साइट की ओर निर्देशित करने के लिए प्रयास कीजिए।
5. अपने ग्राहकों के लिए ईमेल सूची प्राप्त कीजिए
आपकी अपनी ऑनलाइन पुस्तक दुकान का सबसे बड़ा लाभ है कि आप कि आप उन ग्राहकों के ई-मेल पते प्राप्त कर सकते हैं जो आपकी पुस्तकें खरीद रहे हैं। जब आप अपनी नई पुस्तकों का विमोचन करने के लिए योजना बना रहे हैं, तब उन्हें पुस्तक की एक संक्षिप्त, नॉन-स्पैमी गुप्त समीक्षा भेज सकते हैं। आप अपनी पुस्तकों तथा पुस्तकों की दुकान की ओर आकर्षित करने के लिए, अपने पाठकों को भेजने के लिए, एक अच्छी साप्ताहिक या मासिक न्यूज लेटर की सृष्टि भी कर सकते हैं।
Image credit: Ed Kohler on flickr and reproduced under Creative Commons 2.0[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/02/CS_Rajan.jpg [/author_image] [author_info]CS Rajan is a freelance writer who loves to write on various topics, and is currently working on her first novel. [/author_info] [/author]