हूँ… तब, आप एक अभिलाषी लेखक हैं, परंतु नहीं जानते कि कैसे और कहाँ आरंभ करें। यह अनेक व्यक्तियों के द्वारा सामना की जाने वाली एक औसत समस्या है। हममे से अनेक व्यक्ति लेखक बनने तथा चापलूसी और प्रसिद्ध व्यक्ति की प्रतिष्ठा पाने की अभिलाषा रखते हैं। परंतु हममें से अधिकांश कभी नहीं बन पाते हैं… जो बनते हैं वह वही व्यक्ति हैं जो अवरोधों को तोड़ते हैं। लेखक कैसे बनें यह जानने के लिए आगे पढ़िए।
3 चीजें
तीन चीजें हैं जिन्हें आपको तुरंत करना चाहिए।
- अपना मन बना लीजिए कि चाहे जो हो जाए आप लेखक बनना चाहते हैं। कई संभव लेखक लिखना अपनी दूसरी या तीसरी प्राथमिकता मानते हैं और यही वह कारण है जिससे वे कभी भी लेखक बनने में सक्षम नहीं होते।
- जितना अधिक आप पढ़ सकते हैं, पढ़ना आरंभ कीजिए जिससे आप उन शैलियों को समझ सकें जिन्हें प्रतिष्ठित लेखक उपयोग करते हैं। उत्कृष्ट साहित्य से लेकर रोमांच कथाएँ, स्व-सहायता, कॉमिक्स तक पढ़िए और आपके सीखने के लिए कुछ नया मिलेगा। आपकी लेखन कुशलताओं को अपेक्षित बढ़ावा मिलेगा।
- लिखने के लिए गुणवत्ता समय आवंटित कीजिए। इस समय पर अन्य किसी भी सक्रियता के द्वारा व्यवधान नहीं दिया जाना चाहिए। प्रतिदिन दो घंटे का समय निकाल लीजिए और इसे लिखने के लिए समर्पित कीजिए। इस समय के दौरान किसी भी व्यक्ति या किसी भी चीज के लिए कोई भी परेशानी नहीं लीजिए।
मन और अभ्यास का उपयोग
लेखक बनना एक मानसिक चीज है, जो अक्सर एक अवरोध है। जितनी जल्दी आप इस मानसिक अवरोध को हटा देते हैं, उतनी ही जल्दी आप लेखक बनने के पथ पर चल निकलते हैं। और इसके लिए, आपको वास्तव में प्रयास लगाना चाहिए।
आप इसे मानें या नहीं मानें, लिखना सीखना तैरना या साइकल चलाना सीखने के समान है। इसमें समय और अभ्यास प्रयोजनीय है। आप जितना अधिक लिखते हैं उतने ही इसमें बेहतर होते हैं।
लिखना
लेखक बनने का अर्थ अनिवार्यतः यह नहीं है कि आपकी कोई मोटी पुस्तक प्रकाशित हुई है। छोटे से आरंभ करने में कोई भी हानि नहीं है। आप कोई लघु-उपन्यास क्यों नहीं लिखते? आकार में छोटी, परंतु प्रभावकारी पुस्तक आपको एक लेखक बनने के मार्ग पर चालित कर सकती है। अपना लघु-उपन्यास अपने मित्रों और समकक्षों के साथ साझा कीजिए और देखिए कि कैसी समीक्षा मिलती है। अपने जान-पहचाने मित्रवत आलोचकों से निपटना केवल आपके सुधार के क्षेत्रों को ढूँढ़ने में ही सहायता नहीं करता है बल्कि भविष्य में आलोचनात्मक टिप्पणियों को प्राप्त करने के लिए भी आपको तैयार करता है।
प्रकाशन
आपकी पुस्तक को प्रकाशित करना भी एक विषय है। किसी नए और उदीयमान लेखक के रूप में, यदि कोई प्रकाशक बिल्कुल थोड़ी रुचि भी दिखाए, आपको बहुत से रुचि प्रदर्शित करते हुए प्रकाशक नहीं भी मिल सकते हैं। स्वयं प्रकाशन पर विचार कीजिए और देखिए कि पाठक आपकी पुस्तक को कैसे लेते हैं। अपनी पुस्तक का प्रचार-प्रसार करने केलिए सोशल मीडिया तथा ऑनलाइन ब्लौग्स का उपयोग कीजिए। आप जान नहीं पाएँगे, यदि चीजें सही स्थान पर पहुँच जाएँ और आपकी पहली पुस्तक को वह विशेष ध्यान मिल सकता है जिसकी इसे अपेक्षा है।
Image credit: Joanna Penn on flickr and reproduced under Creative Commons 2.0[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/03/Profile_Pic_Moumita.jpg[/author_image] [author_info]Moumita Goswami is a full-time homemaker and a passionate writer. She stays in Pune with her husband and daughter. After giving up working, she started writing about five years ago and can now be seen using her computer keyboard almost all the time. An MA in Psychology from Calcutta University, Moumita has spent time in Kolkata, Delhi and now Pune. For Moumita, writing started as a sudden chance but she soon discovered her likeness for it. And now she has developed a passion for writing and hardly any day passes without her scribbling a few lines. She dreams of publishing her own book one day and is working towards it.
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