बच्चों के लिए अधिकांश कृतियाँ कल्पना-साहित्य के रूप में परिणत होती हैं। यह समझने योग्य है – बच्चे सुंदर मानवाकार संबंधी पात्र और तुकांत पाठ्य-समग्री पसंद करते हैं, और निश्चित रूप से कल्पना-साहित्य का बाजार बहुत बड़ा है। तथापि, बच्चों के लिए गैर-कल्पना-साहित्य पुस्तकें लिखना बहुत आमोदप्रद है और उन्हें प्रकाशित करना अधिक आसान है। यदि आप इस विधा में अपना भाग्य अजमाना चाहते हैं, तब यहाँ कुछ गुर दिए गए हैं, जो सहायता कर सकते हैं:
कोई आले दर्जे का शीर्षक चुनिए
शीर्षक को ढूँढ़ने में कठिनाई, बच्चों की पुस्तकें लिखने का प्रयास करने वाले लेखकों के सामने आने वाली मुख्य बाधा है। यह एक भुलावा है कि बच्चे इतिहास, साहित्य तथा इंजीनियरिंग जैसे साधारण गैर-कल्पाना विषयों को नहीं संभाल सकेंगे। वे यह कर सकते हैं। केवल आपको इस उपाय से समीप-गमन करना है जिससे यह बच्चों के लिए समझने में आसान तथा उनके पढ़ने के लिए कम उबाऊ हो। आप शीर्षक के मध्य किसी आले को ढूँढ़ कर इसे कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि विषय गृहयुद्ध है, तब आप गृहयुद्ध की नर्सों, सैनिकों की पोषाकों या किस युद्ध-नायक के बचपन पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
विषय के संबंध में सब-कुछ पढ़ें
केवल इसलिए कि आप किसी विषय का सरलीकरण कर रहे हैं इसका यह अर्थ नहीं है कि आप शोध में ढिलाई करें। आपको उसी तरह शोध करना है जिस तरह आप अन्य कोई भी पुस्तक लिखते हुए करते। अवधानांतों, संदर्भसूचियों, भूमिकाओं को देखिए तथा अन्य सूत्रों की खोड कीजिए। विषय पर जितना संभव हो सके उतना ज्ञान रखना इसे सरलतर आकार में लाना बहुत आसान कर देगा।
रूपरेखा बनाइए
यदि आप पहले एक मूलभूत रूपरेखा बना लेते हैं तब कोई भी आसान प्रक्रिया अपनाते हुए आप अपने विचारों को बेहतर व्यवस्थित कर सकते हैं। उदाहरण के लिए आप अपने विचार तथा सूचनाएँ सूचकांक कार्डों पर लिख सकते हैं। आप इन्हें फाइल करते हुए रख सकते हैं तथा बाद में, पहले कच्चे प्रारूप को तैयार करते समय इन्हं पढ़ सकते हैं।
चलन का अनुसरण नहीं कीजिए
चलनों का अनुसरण करने के जाल में फंस जाना लेखकों के लिए आसान होगा। कुछ प्रचलित विषयों पर पुस्तकों की ढेर देखते हुए उसी चूहा दौड़ में सम्मिलित हो जाना एक अच्छी अवधारणा प्रतीत होगी, परंतु केवल उन मुट्ठी भर “मैं भी हूँ” पुस्तकों के लिए पर्याप्त पाठक-वर्ग प्राप्त करने की संभावना बहुत कम है। इसकाअर्थ यह नहीं है कि आप जिसे चाहते हैं उस विषय पर नहीं लिख सकते, इसका अर्थ केवल यह है कि कचरे की ढेर में दबे रहने से बचने के लिए आपके लिए कोई नया ताजा दृष्टिकोण अपनाना बेहतर है।
अपने विषय के संबंध में मनमोहक तथा विचित्र तथ्य ढूँढ़ें
विचित्र तथ्य ही वह चीज है जिसे बच्चे किसी पुस्तक में पसंद करते हैं। बच्चे जिस दुनिया में रहते हैं उसके संबंध में कई चीजों की खोज तथा तथ्य पा रहे हैं जिन्हें वे अपने आप कभी नहीं जान सकते थे, जिससे इनका सफल होना सुनिश्चित हो गया है। वास्तव में, विचित्र तथ्यों का आकर्षण कुछ सर्वव्यापी है और आपकी पुस्तक आपके लक्ष्य पाठकों से आयु में बड़े पाठकों के द्वारा भी पढ़ी जा सकती हैं, इसलिए अपना शोध कीजिए।
और भूलिए नहीं: पुस्तक लिखते हुए आनंद कीजिए
स्तकें, चाहे वह गैर-कल्पना-साहित्य ही क्यों न हों , आपकी भावनाओं का दर्पण हैं। शब्द लिखते हुए आप जो अनुभव करते हैं वह उनमें परावर्तित होता है। इसलिए यदि आप चाहते हैं कि आपकी पुस्तक बच्चों को आनंद दें, तब उन्हें लिखते हुए आपको भी अपने आप में आनंद लेना पड़ेगा। इसलिए इस प्रक्रिया को उबाऊ कार्य नहीं बनाइए। मजे कीजिए और आनंद लीजिए कि आपको बच्चों के बीच पढ़े जाने का अवसर दिया गया है।
Image credit: Wellspring Community School on flickr and reproduced under Creative Commons 2.0[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/01/hv1.jpg[/author_image] [author_info]Hiten Vyas is the Founder and Managing Editor of eBooks India. He is also a prolific eBook writer with over 25 titles to his name.[/author_info] [/author]