सार्वजनिक वक्तव्य देना भाषण देने की कला है। यह विशेष विषयों पर या विशेष अवसरों के लिए वक्तव्य तैयार करने और तब उन्हें देने से लिप्त है। यदि आप लेखक हैं, तब कदाचित आप सोचते होंगे कि वक्ता होना आपके लिए क्यों प्रासंगिक हो सकता है। साधारणतः, कई लेखक शांत व्यक्ति हो सकते हैं जो एकांत में समय व्यतीत करना चाहते हैं और तब वही करना चाहते हैं जिसमें वे सबसे अच्छे हैं – लिखना। अवश्य ही, सभी ऐसे नहीं हैं, फिर भी बहुत से हैं।
यह बहुत अच्छा है। इसे कहने पर, यदि आप अपनी पुस्तकें तथा ई-पुस्तकें स्वयं प्रकाशित कर रहे हैं, तब, लोगों को आपसे खरीदने के लिए मनाने में सहायता के लिए आपको अपने काम के बारे में और अपने बारे में बातें करने में सक्षम होना आवश्यक है। इसके संबंध में सार्वजनिक वक्तव्य देना बहुत सहायक होता है। कैसे होता है, यह जानने के लिए आगे पढ़िए:
संवर्धित आत्मविश्वास
जब आप सार्वजनिक वक्तृत्वा देने का अभ्यास करते हैं, इसे आप सामान्यतः सार्वजनिक वक्तृत्वा समूहों में श्रोताओं के सामने देते हैं। खड़े होकर इस तरह बोलने पर और इसे बार-बार करने पर, आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा। इस आत्मविश्वास का उपयोग आप कई चीजों में कर सकते हैं, जैसे जब दूसरे व्यक्तियों के बीच हों तब सामान्यतः बोलते हुए, और सबसे महत्वपूर्ण यह है के आप उन व्यक्तियों के बीच अपनी पुस्तकों की और अपनी स्थापना कर सकते हैं जो आपके बारे में अधिक नहीं जानते।
संवर्धित नेटवर्क
सार्वजनिक भाषण सामन्यतः स्थानीय समूहों में किए जाते हैं। लोग जुड़ने के लिए नाम दर्ज करते हैं और तब बोलने की कुशलताओं के लिए अभ्यास करते हैं। जब आप ऐसे किसी समूह से जुड़ते हैं, तब नए सदस्यों के साथ नए मित्र बनाने के लिए प्रचुर अवसर मिलते हैं जिनकी अवस्था आप के ही जैसी है, और अधिक अनुभवी सदस्यों के साथ भी जो जानते हैं कि नए होने पर कैसा लगता है।
नई कहानियों और नए उपन्यासों के लिए अवधारणाएँ
भाषण तैयार करते समय, अधिक संभावना है कि आप इंटरनेट पर शोध करेंगे, पुस्तकें, समाचारपत्र और पत्रिकाएँ पढ़ेंगे। आप विषय के संबंध में जितना अधिक जानेंगे, उन कहानियोँ और उपन्यासों के लिए अवधारणाएँ मिलने के संयोग उतने ही अधिक होंगे जिन पर आप वर्तमान में काम कर रहे हैं और/या उनके लिए भी जिन्हें आप भविष्य में लिखने की योजना बना रहे हैं।
आपके लिए खड़े-खड़े सोचने में सहायक
सार्वजनिक भाषणों में एक सर्वनिष्ट प्रकार का भाषण है बिना पहले सोचे हुए बोलना। इस पद्धति में, औसतन सार्वजनिक भाषण का एक समूह किसी विषय-वस्तु के गिर्द कुछ विषयों को तैयार रखेगा (उदाहरण के लिए, विश्व के देश), और तब अन्य सदस्यों को किसी एक विषय पर दो या तीन मिनट बोलने के लिए निमंत्रित किया जाएगा जिसमें तैयारी करने के लिए कठिनाई से ही कोई समय मिलेगा!
यदयपि, यह डरावना सुनाई दे सकता है, तब भी यह आपको इसे सीखने में सहायता कर सकता है कि खड़े-खड़े कैसे सोचना चाहिए, जो यदि पास हो तब एक बहुत अच्छी कुशलता है जब आप अपनी ईपुस्तकों या पुस्तकों के लिए नेटवर्किंग करने या विपणन करने के लिए निकलते हैं।
आपको समझाने और प्रभावित करने की क्षमता में वृद्धि करता है
यदि आप अपना प्रकाशन व्यवसाय चला रहे हैं, तब आपको मनाने और प्रभावित करने में सक्षम रहने की आवश्यकता होगी। इसमें खुदरा साझेदारों और प्रकाशन कंपनियों के साथ साझेदारी के लिए सौदा करना, या शर्तों और प्रतिबंधों के लिए मोल-भाव करना हो सकता है जब आप संपादकों, प्रूफशोधकों, पाठकों तथा ग्राफिक डिजाइनरों जैसे आपूर्तिकारों के साथ काम कर रहे हैं।
जब आप सार्वजनिक भाषण दे रहे होते हैं, तब आपको अपने श्रोताओं को समझाने और प्रभावित करने करने के लिए एक अवसर मिलता है, आपके परिप्रेक्ष्य को अपनाने के लिए, या आपसे खरीदने के लिए, या अनुदान देने के लिए और आप इसे जिस प्रकार आप बोलते हैं, आपकी आवाज, शारीरिक भाषा, सुर, चढ़ाव-उतराव, चेहरे के भाव और उपयोग किए गए शब्द से सब कुछ करवा सकते हैं। इस कुशलता को प्रत्यक्ष रूप से ईपुस्तक और/या पुस्तक व्यापार में रूपांतरित किया जा सकता है।
[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/01/hv1.jpg[/author_image] [author_info]Hiten Vyas is the Founder and Managing Editor of eBooks India. He is also a prolific eBook writer with over 25 titles to his name.[/author_info] [/author]