सफल लेखक वह हैं जो लिखना नहीं छोड़ते। अपनी चहल-पहल भरी अनुसूचियों के बीच भी वे लिखने के लिए समय का प्रबंध कर लेते हैं। यदि आपको लिखने के प्रति अनुराग है, तब आप लिखने के लिए समय निश्चित रूप से ढँढ़ निकालेंगे। सफल लेखक सर्वदा प्रेरणा के आने के लिए प्रतीक्षा नहीं करते हैं; इसके बदले वे ठीक समय पर लिखते हैं और ध्यानकेंद्रण नहीं खोते। इसलिए, आपको किस तरह के आचरण सफल लेखकों में दिखाई नहीं देंगे? आगे पढ़िए।
1. गैर-वृत्तिधारी होना
सफल लेखक जानते हैं कि वे क्यों वृत्तिधारी हैं और इसलिए वे वृत्तिधारियों के समान आचरण करते हैं। वे ध्यान रखेंगे कि किसी के साथ भी आमने-सामने या ऑनलाइन किसी प्रकार आपत्तिजनक कार्यवाहियों में लिप्त नहीं होंगे। यदि वे कुछ आपत्तिजनक करने की कगार पर होते हैं, तब वे अपने आप से पूछते हैं कि क्या यह कार्यवाही प्रोफेशनल (वृत्तिधारी) कार्यवाही है। सफल लेखक जानते हैं कि कोई भी चीज और प्रत्येक चीज आजकल छान-बीन के अंतर्गत रहती है। अतः, किसी आपत्तिजनक कार्यवाही में भाग लेना केवल पाठकों के बीच लोकप्रियता में कमी लाएगा।
2. नकारात्मकता से बंधना
लेखक लिखते हैं तथा वे क्या लिखते हैं उसे पढ़ने और उस पर टिप्पणी करने के लिए पाठक हैं। कुछ पाठकों को आपका लिखा अच्छा लगेगा और वे अच्छी समीक्षाएँ लिखेंगे, और दूसरे पाठक भी हैं जो नकारात्मक समीक्षाएँ लिखेंगे। सफल लेखक इसे व्यक्तिगत रूप से नहीं लेते और नकारात्मकता पर अपना गुबार नहीं निकालते। वे नकारात्मकता के साथ बंधते नहीं है और इसे स्वयं को प्रभावित नहीं करने देते। कोई सफल लेखक केवल इसे छोड़ देगा और अपना ध्यान केंद्रित रखेगा। वे जानते हैं कि प्रशंसा और आलोचना जीवन के अंश हैं, और वे आगे बढ़ जाते हैं तथा लिखना जारी रखते हैं।
3. संपादन के अभाव में लिखना
“संपादक वह व्यक्ति है जो गेहूँ को भूसे से अलग करता है और तब भूसे को छाप देता है।” ~ ऐडलाइ स्टीवेन्सन, अमेरिकी राजनेता और राजनयिक
ठीक यही सभी सफल लेखक करते हैं। वे सुनिश्चित करते हैं कि उनकी कृतियोँ का संपादन किया गया है और वे व्याकरण अशुद्धियों तथा टाइपिंग की त्रुटियों से मुक्त हैं। कोई सफल लेखक बिना प्रूफशोधन, अपनी पुस्तक कभी भी प्रकाशित नहीं करेगा/गी। कुछ लेखक अंत में अपनी कृति का संपादन स्वयं कर सकते हैं, और दूसरे अपनी कृति किसी संपादक को दे सकते हैं। केवल संपादन महत्व रखता है। सभी आकांक्षी लेखकों के सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी कृतियाँ त्रुटि-मुक्त हैं।
4. संपादकों और अभिकारकों को खिझाना
संपादकों तथा साहित्यिक अभिकारकों को रात-दिन प्रचुर समर्पण प्राप्त होते रहते हैं। सफल लेखक उन्हें खिझाने के लिए उनके पास नहीं जाते। ऐसे लेखक भी हो सकते हैं जो अभिकारकों और संपादकों को कई ईमेल्स या पांडुलिपियों में डुबा देते हैं। तथापि, सफल लेखक जानते हैं कि लक्ष्मण रेखा कहाँ खीँचनी चाहिए और वे इसे पार नहीं करेंगे।
5. किसी दूसरे की कृति चुरा लेना
लेखक दूसरे लेखकों से प्रेरित हो सकते हैं। इसका यह अर्थ नहीं है कि वे दूसरे लेखक से शब्द उतार सकते हैं और उन्हें अपने शब्दों के रूप में लिख सकते/ती हैं। महान लेखक दूसरों का लिखा हुआ चुराने का आश्रय नहीं लेते। वे अपने शब्दों और अपनी शैली में लिखते हैं। वैयक्तिकता का महत्व होता है। आपके अपने स्वर का महत्व है। किसी स्थिति में यदि लेखक किसी दूसरे लेखक के ठीक-ठीक शब्द लिखना चाहें, तब वे उद्धरण चिन्ह का उपयोग करेंगे और स्रोत को श्रेय देंगे।
सफल लेखक समर्पण मार्गदर्शकों को ध्यानपूर्वक पढ़े बिना अपनी पांडुलिपि या निबंध नहीं भेजेंगे। वे जानते हैं कि मार्गदर्शकों के होने का कोई कारण होता है, और वे इसका पालन करते
Image credit: Enokson on flickr and reproduced under Creative Commons 2.0[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/10/Smitha-Abraham.jpg[/author_image] [author_info]I’m Smitha Abraham. I love traveling in my flights of imagination and use these flights to craft short stories and poetry. I am a budding writer from India. My passions are reading, creative writing, listening to music, learning new languages, meeting new people, getting acquainted with different cultures and traveling. Authors like Isabel Allende, Gabriel Garcia Marquez, Carlos Ruiz Zafón, genres like magic realism, historical romance, and writing styles that are imaginative and flow effortlessly fascinate me. I love to unwind with a book curled up on a sofa or by gazing at the stars by the sea shore. I am a nature lover and spending time admiring the sunset and sunrise is relaxing for me.[/author_info] [/author]