जब कोई लेखक किसी कहानी को एक से अधिक पात्र के दृष्टिकोण से कहता/ती है, तब वह विविध दृष्टिकोण से लिख रहा/रही है। यह एक अच्छी अवधारणा प्रतीत होती है, विशेषतः उन नए लेखकों के लिए, जो इस शिल्प का अब भी अध्ययन कर रहे हैं। परंतु थोड़ी सी भी गलती किए बिना, विविध पात्रों के दृष्टिकोणों से कोई अपन्यास या लघु-कथा लिखने के लिए प्रचुर मात्रा में कुशलता एवं ध्यान-केंद्रण की आवश्यकता होती है। और निम्नलिखित, हमने दर्शाया है कि यह गलतियाँ कहाँ होती हैं और आप इऩसे कैसे बच सकते हैं।
1. कहानी को निर्णय लेने दीजिए
जब आप कोई कहानी लिखना आरंभ करते हैं, चाहे वह एकल दृष्टिकोण से हो या विविध दृष्टिकोण से, तब आप चयन करते हैं: कौन से पात्र या पात्रों को कहानी कहने का श्रेय मिलेगा? कहानी में इस यात्रा से कौन सबसे अधिक लाभान्वित होने वाला है? जब विविध दृष्टिकोणों से कहानी लिखने की बात आती है तब यह एक महत्वपूर्ण चयन है – क्योंकि आपको सही संख्या में पात्रों का चयन करना है, और सही पात्रों को चयन करना है। यदि कुछ दृष्टिकोण उन पात्रों के हैं जो कथानक के केंद्रीय पात्र नहीं हैं, तब आप पाठकों को अटका नहीं पाएँगे। मुख्य घटना-क्रम उनसे दूर रहेगा, जिसका अर्थ है कि उन्हें कहानी के साथ कुछ भी नहीं जोड़ना है, जिससे यह दृष्टिकोण निरर्थक हो जाता है।
2. कम अधिक है
विविध दृष्टिकोण से कोई कहानी लिखना लेखक के लिए कठिन तथा पाठकों के लिए भ्रमित करने वाला भी हो सकता है। यह इसलिए होता है कि जैसे ही पाठक एक दृष्टिकोण के साथ अभ्यस्त होते हैं, कहानी दूसरे के पास चली जाती है। यदि यह दृष्टिकोण आवश्यक नहीं है, तब इसे कहानी से पूर्णतः हटा देना ही अच्छा है। अवश्य ही, यदि आपके पात्र ऐसे हैं जो कथानक के लिए केंद्रीय हैं परंतु भौगोलिक रूप से एक-दूसरे से दूर हैं, तब आपको आगे बढ़ना चाहिए और उनके दृष्टिकोणों से लिखना चाहिए। तथापि, ध्यान रखिए कि पाठक भ्रमित नहीं हो जाएँ, और हमेशा इसके लिए स्पष्ट रहिए कि प्रत्येक पल में कहानी कौन कह रहा है।
3. प्रथम पुरुष कथावाचन
यदि आप विविध दृष्टिकोणों को उत्तम पुरुष में लिखते हैं, तब आप पाठकों को और भी भ्रमित कर देंगे। यद्यपि आप प्रत्येक अध्याय में आरंभ में प्रत्येक पात्र को नामित करेंगे, फिर भी, कोई भी उत्तम पुरुष कथावाचक अपना उल्लेख “मैं” के साथ करेगा, जो, यदि कथावाचन करते हुए आपके एक से अधिक व्यक्ति हैं, भ्रमित करने वाले हो सकते हैं। इसी लिए प्रथम पुरुष कथावाचन में लिखना उत्तम पुरुष से बेहतर है – यह पहचानने में आसान होगा कि कौन बोल रहा है, क्योंकि वाक्य अक्सर पात्र के नाम के साथ आरंभ होंगे।
4. दृष्टिकोणों को पृथक कीजिए
पाठक जान जाएँ कि उस पल कौन बोल रहा है इसे सुनिश्चित करने के लिए सबसे बढ़िया उपाय है — प्रत्येक दृष्टिकोण के लिए एक अध्याय समर्पित करना। अवश्य ही, आप अध्याय के या किसी दृश्य के बीच में ही दृष्टिकोणों की अदला-बदली कर सकते हैं, परंतु दृष्टिकोण पात्र के विचार पाठक के लिए स्पष्ट होने चाहिए। इसका अर्थ है कि आपको सभी दृष्टिकोण पात्रों के लिए अलग-अलग स्वरों में लिखना है, और वे अलग-अलग सोच रखेंगे, अलग प्रकार से कार्य करेंगे, और उनकी उत्प्रेरणाएँ, भय तथा लक्ष्य भिन्न-भिन्न होंगे। तथापि, एक ही पैरग्राफ, या एक ही दृश्य में भी दृष्टिकोणों की अदला-बदली नहीं करें, जब- तक जिस पात्र के दृष्टिकोण को आप बदल रहे हैं, उसे तनाव में और द्वन्द्व के समाधान में कुछ जोड़ना है जिस पर दृश्य केंद्रित है।
5. कथानक पर ध्यान केंद्रित करें
जब एक से अधिक पात्रों की दृष्टि से कहानी को लिखने की बात आती है, तब हमेशा कथानक पर ध्यान-केंद्रित किए रहना याद रखना महत्वपूर्ण है। स्मरण रखिए कि प्रत्येक दृष्टिकोण बृहत्तर कथानक में एक उप-कथानक बन जाता है। प्रत्येक दृष्टिकोण पात्र के मन में खो जाना, और उनके आंतरिक दानवों पर ध्यान-केंद्रित करना एवं हराना आसान हो सकता है। और जहाँ आपको दृष्टिकोण पात्रों के द्वारा उनके आंतरिक मुद्दों से निपटाना चाहिए, यह आंतरिक मुद्दे, जो प्रत्येक दृष्टिकोण पात्र के उप-कथानक का प्रतिनिधित्व करते हैं, उनका समाधान कथानक के साथ-साथ किया जाना चाहिए जो सभी दृष्टिकोण उप-कथानकों को संयोजित करता है। उस उपाय से, आप एक बहु-मुखी कहानी की सृष्टि करेंगे जिसका आपसी बंधन सीवनरहित होगा, और वह कस कर गुँथे हुए विवरणात्मक कथानक पर केंद्रित रहेगी। इसे जाँच करने के लिए कि यह ऐसा ही है – किसी एक दृष्टिकोण पात्र को निकाल दीजिए, और यदि कहानी उनके दृष्टिकोण के बिना अधूरी लगती है, तब आपने ऐसी कहानी लिखने में सर्वोत्तम कार्य किया है।
Image credit: Chad Cooper on flickr and reproduced under Creative Commons 2.0[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/12/photo.jpg[/author_image] [author_info]Georgina Roy wants to live in a world filled with magic.
As an art student, she’s moonlighting as a writer and is content to fill notebooks and sketchbooks with magical creatures and amazing new worlds. When she is not at school, or scribbling away in a notebook, you can usually find her curled up, reading a good urban fantasy novel, or writing on her laptop, trying to create her own.
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