बहुत लोग नहीं जानते होंगे कि कुछ सफल लेखक अपनी लेखन वृत्ति के किसी बिंदु पर लेखन प्रशिक्षक (कोच) की सेवाओं के लिए नियुक्ति करते हैं। यह लेखक ख्यातनाम लेखक हैं जिनकी पुस्तकें मिलियन्स की संख्या में या इससे भी अधिक बिक चुकीं होंगी, या उदीयमान लेखक हैं। इसे ध्यान में नहीं रखते हुए कि आप लेखक हैं या नहीं, आपके जीवन में सफलता की उपलब्धि सर्वदा दूसरों की सहायता से होती है। लेखन … [Read more...] about कोई सफल लेखक कोच क्यों नियुक्त करता होगा?
शक्तिशाली और विश्वसनीय किशोर वयस्क अग्रणी की रचना कैसे करें
किशोर वयस्क अग्रणियों की समस्या यह है कि वे बहुधा अत्यंत परिपक्व प्रतीत होते हैं – यह इतना अधिक होता है कि लगता है कि उनके वेश में कोई प्राप्त-वयस्क व्यक्ति छुपा हुआ है। और तब वर्णक्रम का दूसरा छोर है, जहाँ किशोर वयस्क अग्रणी निःस्सार, आत्म-केंद्रिक लगते हैं और ऐसा लगता है कि वे केवल अपना या अपने प्रेम-पात्र की ही चिंता करते हैं। जिसकी आवश्यकता है वह है स्वर्णिम मध्यस्थिति : वह … [Read more...] about शक्तिशाली और विश्वसनीय किशोर वयस्क अग्रणी की रचना कैसे करें
अपने उपन्यास में कोई कष्टदायी शोकाकुल दृश्य कैसे लिखें
दुःख और विषाद जीवन के अंश हैं, ठीक उतने ही जितने जैसे प्रेम और प्रसन्नता हैं। किसी भी प्रकार के उपन्यास में, उन दृश्यों का जिनमें पात्र प्रसन्न हैं पाठकों पर बड़ा प्रभाव पड़ता है, परंतु वे दृश्य, जो मर्मांतक रूप से विषादपूर्ण होते हैं वे आपके पाठकों को उस कहानी पर आँसू गिरवा देंगे जो वास्तव में सत्य नहीं है। अतः, यह क्यों होता है? अवश्य ही, क्योंकि यदि आपने उन पात्रों की सृष्टि … [Read more...] about अपने उपन्यास में कोई कष्टदायी शोकाकुल दृश्य कैसे लिखें
5 रूढ़ोक्तियाँ जो किसी भी विधा के उपन्यास में प्रकट होती हैं
रूढ़ोक्तियाँ नई, उत्कृष्ट अवधारणाओं, वाक्यांशों, तथा कथानक के मोड़ों को रूप में आरंभ हुई थीं। बहुत से लेखकों ने इस अवधारणा को इतना पसंद किया था कि बिना समझे (या कुछ मामलों में जान-बूझ कर) उन्हें अपनी कहानियों में प्रयोग करने लगे। उनकी संख्या इतनी बढ़ गई कि जिसे अब दस वर्ष भी नहीं हुए, नया और विस्मयकारी माना जाता था, वह अब रूढ़ोक्ति बन गई है। तथापि, हम रूढ़ोक्तियों के निर्माण पर … [Read more...] about 5 रूढ़ोक्तियाँ जो किसी भी विधा के उपन्यास में प्रकट होती हैं
उपन्यास में नाटकीय दृश्य लिखने के लिए 5 गुर
उपन्यास, अनिवार्यतः, दृश्यों की एक लड़ी है, उन्हें यदि क्रम से पढ़ा जाए, तब यह एक कहानी बनाते हैं। प्रत्येक एकल दृश्य को नाटकीय होने की कोई भी आवश्यकता नहीं है, परंतु उनमें से अधिकांश को होना चाहिए। कुछ दृश्य स्वभाव से नाटकीय होते हैं: रहस्योद्घाटन, पराकाष्ठा और खतरे के दृश्य। तथापि, यदि आपके शेष दृश्यों में कुछ-कुछ नाटक तथा द्व्न्द्व का अभाव होता है, तब वे केवल परिपूरक दृश्य … [Read more...] about उपन्यास में नाटकीय दृश्य लिखने के लिए 5 गुर