अनुभवी लेखकों से, जो लेखन वृत्ति में पहले ही अपने लिए नाम कमा चुके हैं, यह पूछा जाना कोई नई बात नहीं है: “आकांक्षी लेखकों को आप क्या परामर्श दे सकते हैं?” हालांकि यह एक रूढ़ोक्ति बन चुकी है, यह कभी पुरानी नहीं होती क्योंकि यह अत्यंत प्रासंगिक है। प्रकाशन के नृशंस प्रतियोगितात्मक उद्योग में कोई लेखक निरंतर प्रवीणों से सीखते हुए ही उत्तरजीवी रह सकता है। वास्तव में, आपको यह मनोरंजक प्रतीत होगा कि कैसे कालातीत एवं प्रसिद्ध ग्रंथों के लेखकों से मिली सीखें आज तक उपयुक्त बनी रह गई हैं।
यहाँ सर्वश्रेष्ठ लेखकों के द्वारा की गई कुछ उक्तियाँ दी गई हैं जिनसे कोई भी आकांक्षी लेखक कुछ न कुछ सीख सकता है:
“यदि यह लेखन के समान प्रतीत होता है, तब मैं इसे पुनः लिखता हूँ।”
– एल्मर लियोनार्ड
एक सफल अमेरिकन लेखक, जिन्होंने 40 से अधिक उपन्यास लिखे थे, जिन पर कई चलचित्र बन चुके हैं और एक को टीवी श्रंखला के लिए अपनाया गया है, मानते हैं कि किसी भी गद्य में शब्दों का प्रवाह स्वाभाविक होना चाहिए। कहानी के लय तथा कथानक को अस्तव्यस्त करने के लिए लेखक को व्यक्तिगत शैली को अनुमति देने से बचना चाहिए। इसके बदले पाठ्य से वह रिसना चाहिए जिससे कोई दृश्य, या पात्रों की आवाज प्राणवंत हो जाए। सरल भाषा में, लेखक पाठकों को जो अनुभव कराना या समझाना चाहता है, शब्दों को उसके रास्ते में नहीं आना चाहिए।
“मुझसे यह मत कहो कि चंद्रमा दमक रहा है, मुझे टूटे काँच में प्रकाश की चमक दिखाओ।”
– ऐंटोन चेखव
अपने आकांक्षी लेखक भाई को पत्र लिखते हुए, प्रसिद्ध कवि और नाट्यकार एंटोन चेखव ने सलाह दी थी किसी सपाट कहानी लेखन को विवरण जोड़ कर बेहतर बनाया जा सकता है। सपाट कथनों के स्थान पर सजीव कल्पना-चित्रों के द्वारा कोई लेखक, अपने पाठकों से, किसका वर्णन किया जा रहा यह अनुभव कराने और खोज कराने में अधिक प्रभावी होता है।
“इस अवधारणा का त्याग कीजिए कि आप कभी भी पूरा करने जा रहे हैं। 400 पृष्ठों की राह भूल जाइए और प्रतिदिन केवल एक पृष्ठ लिखिए, इससे उपकार होगा। तब इसके समाप्त होने पर आपको सदैव आश्चर्य होगा।”
– जॉन स्टीनबेक
ठीक चेखव के समान, उत्कृष्ट उपन्यास Of Mice and Men के लेखक ने लिखने में घबराहट अनुभव करते हुए अपने मित्र से पत्राचार करते समय एक सार्थक परामर्श दिया था। अच्छे लेखन में जल्दबाजी नहीं की जा सकती। वास्तव में, स्टीनबेक के एक अन्य लोकप्रिय उपन्यास, The Grapes of Wrath का प्रारूप पूरा करने में 6 महीने लग गए थे।
“अपने प्रेमपात्रों को मार डालो, अपने प्रेमपात्रों को मार डालो, यद्यपि यह तुम्हारे कलम घसीटने वाले नन्हें हृदय को तोड़ देता है, अपने प्रेमपात्रों को मार डालो।”
– स्टीफन किंग
चलचित्रों के लिए अंगीकृत किए गए अपने अनगिनत उपन्यासों के लिए प्रसिद्ध लेखक यह सलाह दे रहे हैं जिसे करना किसी भी लेखक के लिए कठिन होगा – पांडुलिपि की हत्या करना। यह कोई पात्र, कोई मौलिक उपहास, कोई चुटीला वाक्यांश, या समायोजन हो सकता है। यदि यह कहानी के लिए प्रासंगिक नहीं रह गया है, तब इसे जाना ही है चाहे लेखक इसे जितना भी पसंद करता है।
“मैं हमेशा ढोंग करता रहता हूँ कि कोई मेरे सामने बैठा है। मैं उसे कहानी सुना रहा हूँ, और चाहता हूँ कि जब तक मैं कहानी पूरी न कर लूँ, वह सुनना बंद नहीं करे।”
– जेम्स पैटर्सन
जेम्स पैटर्सन छोटे अध्यायों में विभाजित, अपने तीव्र-गतिक कथा-वाचन के लिए विख्यात हैं जो उनके पाठकों को यह प्रत्याशा करने के लिए लालाययित बनाए रखते हैं कि प्रत्येक बार पृष्ठ पलटते ही क्या हो जाएगा। काल्पनिक चरित्र ऐलेक्स क्रौस के सृजनकर्ता, लेखक लेखन के लिए एक अत्यंत सरल दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं। यदि कोई लेखक कलरव की सृष्टि करना चाहता, तब उसे ऐसी पुस्तकें प्रकाशित करने में सक्षम होना चाहिए जो आरंभ से अंत तक, पाठकों को व्यस्त रखे।
लेखकों को अपनी वृत्ति में बेहतर होते रहना बंद नहीं करना चाहिए। आशा है, कि कभी स्वयं नौसिखिए रहे प्रसिद्ध लेखकों से यह प्रेरणादायक गुर, स्थायी स्मरणपत्र का कार्य करेंगे कि बेहतर होना सर्वदा संभव है।
Image credit: markus spiske on flickr and reproduced under Creative Commons 2.0[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/01/hv1.jpg[/author_image] [author_info]Hiten Vyas is the Founder and Managing Editor of eBooks India. He is also a prolific eBook writer with over 25 titles to his name.[/author_info] [/author]