ऐसी कई लेखन त्रुटियाँ हैं जो कहानी को दुर्बल करती हैं और लेखक पर नौसिखिए का लेबल लगने का कारण बन जाती हैं। यह सत्य है कि हम सभी को कहीं न कहीं आरंभ करना पड़ता है। तथापि, हमें अपनी कहानियों को सर्वोत्तम संभव सुयोग देने की आवश्यकता होती है, विशेषतः, जब वे उन अनुभवी लेखकों के द्वारा लिखित उपन्यासों और कहानियों से प्रतियोगिता कर रही होंगी जो वर्षों से लिखते आ रहे हैं और जिनकी प्रकाशित कृतियों से उनकी अलमारियाँ भरी हैं। आजकल, अमेजन या समरूप मंचों के माध्यम से स्वयं या ई-प्रकाशन के साथ, प्रतियोगिता सर्वकालीन अधिकतम है। अनेक कहानियाँ और उपन्यास हैं जो पाठक का ध्यान आकर्षित करेंगे, यही कारण है कि प्रत्येक लेखक को निम्नलिखित भूलों से बचना चाहिए।
1. पृष्ठभूमि-कथा के साथ आरंभ
बहुत से युवा लेखक घटनाक्रम होने से पहले आरंभ करते हैं। उनका पहला अध्याय मुख्य पात्रों और उनकी दुनिया के साथ-साथ उनके इतिहासों का विस्तृत वर्णन बन जाता है। इस स्तर पर, आपके पात्रों के लिए भावनाएँ उत्पन्न करना कठिन है। इसके बदले उपन्यास को घटनाक्रम के साथ आरंभ करें। अपने पात्रों को नैतिक आपदा, या किसी संकटपूर्ण परिस्थिति में रखिए। पाठकों में संवेदना उत्पन्न कीजिए और पात्रों के साथ क्या हो रहा है इसे लेकर उन्हें चिंतित होने के लिए बाध्य कीजिए। कहानी की गति के माध्यम से दुनिया को अपने पात्रों की परतें दर्शाइए।
2. कथानक रहित कहानी
हमारे पात्रों के दैनंदिन जीवन में उतर आना और उन अर्थहीन घटनाओँ का हमारी कहानी में रिस आना अत्यंत सरल है। याद रखिए, पाठक नहीं जानना चाहते कि आपके मुख्यपात्र बिस्तर से कैसे उठे, सुबह के नाश्ते में उन्होंने किस तरह पैनकेक खाए और उस दिन की अपने दिन के नियत कार्यों पर कैसे चिंतन किया। प्रत्येक दृश्य या घटना का उद्देश्य कथानक को अग्रसर करना होना चाहिए। सूर्योदय या उन नगरों का विस्तृत वर्णन कहानी के गतिवर्धन को रोक देता है, और यह आपके लेखन-प्रवाह को रोक सकता है। इधर-उधर नहीं भटकिए, और संक्षिप्त रहिए। प्रत्येक दृश्य को महत्व दीजिए और इसे कहानी के चरम उत्कर्ष के साथ जोड़िए। अन्यथा, पाठकों को लगेगा कि आप अनावश्यक विवरणों के साथ उनका समय नष्ट कर रहे हैं।
3. संवेदक विवरणों को भूलना
पाठकों और पात्रों, दोनों के पास संज्ञा होती है जिनसे वे दुनिया को अनुभव करते हैं। जब आपके पात्र गंधों और दृश्यों से प्रतिक्रिया-शून्य होते हैं और दुनिया की आकस्मिक ध्वनियों को कभी भी सुनते प्रतीत नहीं होते, तब आपकी कहानी सपाट लगती है। और कोई भी रोबोटों के संबंध में कहानियाँ नहीं पढ़ना चाहता। अपने पात्रों से उन चीजों पर प्रतिक्रिया दिलाइए जिनका उन्हें बोध होता है और इन साझे अनुभवों के साथ पाठकों को संयोजित कीजिए। जब वे चीजों को देखते हैं, संरचनाओँ का अनुभव करते हैं और प्रतिक्रिया देते हैं—तब वे अधिक वास्तविक प्रतीत होते हैं। उनकी प्रतिक्रियाएँ उनकी प्रवृत्तियों को प्रबल करती हैं-और प्रवृत्ति पात्रों को पृष्ठों से उछाल कर सजीव कर देती है।
4. कराव से बचना
अपने वास्तविक जीवन में, हम किसी भी मूल्य पर टकराव से बच निकल सकते हैं। तथापि, कथा-साहित्य में, टकराव कथानक को आगे बढ़ाता है। प्रत्येक दृश्य में आपके नायक का इससे सामना होना चाहिए, चाहे वह आंतरिक हो या दूसरे व्यक्तियों के साथ। टकराव एक युद्ध है, और दो विपरीत दृष्टिकोणों वाले व्यक्तियों के बीच संघर्ष है। यह नाटकीयता, उत्तेजना की वृद्धि करता है और कथानक को अग्रसर करता है। नायक अपने मुद्दे को सिद्ध करने के लिए दूसरे व्यक्ति पर कार्यवाही करता है या उसे अपने आंतरिक दानव को पराजित करना पड़ता है। दोनों ही स्थितियों में, नायक चीजों को बदलने के लिये कार्यवाही करता है, जो आपकी कहानी को अर्थ तथा उद्देश्य प्रदान करता है।
5. संवाद पर्यायों का उपयोग
कई लेखक संवाद लिखते समय “कहा” शब्द का उपयोग करने से डरते हैं। वे इसे “चिल्लाया,” “सांत्वना दी,” जैसे समरूप शब्दों से या पर्याय शब्दकोष के प्रत्येक अन्य पर्याय के साथ बदल देते हैं; और हो सकता है कि वह इतनी दूर चले जाएँ के संज्ञा के पहले क्रिया को रख दें। जो भी हो, पर्याय संवाद के संदर्भ से पाठक का ध्यान विचलित कर देते हैं। शब्द “कहा” स्वभाव से पारदर्शी है – पाठक की आँखें इसे छूते हुए निकल जाती हैं और इन शब्दों को किसने कहा है इस पर केंद्रित हो जाती हैं। आप विचारों, भावनाओं और बोध का प्रयोग करते हुए नाटकीय और स्मरणीय संवाद लिख सकते हैं, फिर भी जब तक यह स्वाभाविक लगे वक्ता को इंगित करने के लिए शब्द “कहा” का प्रयोग कर सकते हैं।
Image credit: Tim Pierce on flickr and reproduced under Creative Commons 2.0[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/12/photo.jpg[/author_image] [author_info]Georgina Roy wants to live in a world filled with magic.
As a 22-year-old art student, she’s moonlighting as a writer and is content to fill notebooks and sketchbooks with magical creatures and amazing new worlds. When she is not at school, or scribbling away in a notebook, you can usually find her curled up, reading a good urban fantasy novel, or writing on her laptop, trying to create her own.
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