लेखन एक उल्लासकारी एवं परिपूरक प्रक्रिया है और वह है जिसे करना लेखक पसंद करता है। या कम से कम इसे ऐसा ही होना चाहिए। तथापि, एक बार जब आरंभिक प्रारूप लिखना पूरा कर लिया जाता है, तब अगला चरण इसका संपादन करना है। और हाँ, यह तब भी सत्य है यदि आप अपनी पुस्तक का स्वयं-प्रकाशन नहीं करते हैं और आपको किसी प्रकाशन गृह का संपादक उपलब्ध है। इसे ध्यान में रखिए कि आप जितनी अच्छी पांडुलिपि उपलब्ध करेंगे, अंतिम प्रारूप पर आपका उतना ही अधिक नियंत्रण रहेगा। किसी लेखक के लिए अपनी कृति का संपादन करना सबसे कठिन कार्य है – यदि आप अति-आत्मविश्वासी हैं, तब आप अत्यंत महत्वपूर्ण त्रुटियोँ को छोड़ देंगे, और यदि आपको दृढ विश्वास है कि आपकी कृति घटिया है…चलिए हम इसमें जाएँगे भी नहीं। स्वयं अपनी कृति का सफलतापूर्वक संपादन करने के लिए स्मरण रखने के लिए कुछ मुख्य बातें हैं।
1. इसे दराज में रख दें
कुछ सप्ताह इसे आराम करने दीजिए। बाहर जाइए, लोगों से बातें कीजिए, कुछ अवधि तक अपने लैपटॉप के अतिरिक्त किसी भी अन्य चीज को देखिए। स्वयं को यह भूलने के लिए अवसर दीजिए कि आपकी पुस्तक किस बारे में थी, जिससे, जब आप इस पर वापस जाएँ, आप यह देखने में सक्षम होंगे कि इसे कैसे लिखा गया है। उतना समय लें जितना आपके लिए आवश्यक हो – याद रखिए, यदि आप जल्दी में भी हों, तब भी यह सुनिश्चित करने के लिए कि जितना आपसे संभव हो अंतिम परिणाम सर्वोत्तम रहे, आपको इस समय की आवश्यकता होगी। बाद में, जब आप अपनी पांडुलिपि के प्रत्येक एकल विवरण को याद नहीं कर सकते, संपादन आरंभ कर दीजिए।
2. भूल जाइए कि यह आपकी है
जब आप अपनी कृति का प्रूफ पढ़ना आरंभ करते हैं, तब हिम्मत हारने से बचने के लिए, भूल जाइए कि यह आपकी क़ृति है। किसी पाठक, या किसी कठोर संपादक के समान इसमें लग जाएँ, और इसे तटस्थ भाव से देखने के लिए सबसे अच्छा प्रयास करें। याद रखें कि यह आप इसे बेहतर बनाने के लिए कर रहे हैं – इसे समाप्त करने के लिए नहीं। भावनाओं से रहित, एक सुलझा मस्तिष्क आपकी पंडुलिपि के बेहतर संपादन में सहायता करेगा और एक लेखक के रूप में स्वयं पर विश्वास खोए बिना इसे परखें। स्मरण रहे, प्रत्येक वह चीज जो खराब लगती है, मरम्मत की जा सकती है। पहले प्रयास में ही किसी ने भी कभी भी सर्वोत्तम पांडुलिपि लेखन नहीं किया है।
3. इसे छाप लीजिए
कोई भी संपादन करने से पहले अपनी पांडुलिपि की छपाई कर लीजिए। इसके बाद इसे दो बार पढ़ना सुनिश्चित करें। जब आप इसे पहली बार पढ़ते हैं, इसे एक इकाई मान लीजिए और कोई भी परिवर्तन नहीं कीजिए, परंतु जिन चीजों को आप समझते हैं कि वे पर्याप्त अच्छी नहीं हैं और जिन चीजों का परिवर्तन करना चाहते हैं, किसी भी चीज को बिना वास्तव में दोबारा लिखे उन्हें लिख कर रखें। दूसरी बार जब आप इसे पढ़ें, अपनी लाल कलम ले कर यह परिवर्तन करना आरंभ करें जिन्हें आपने छपी हुई पांडुलिपि में पहले से नोट कर रखा है। यह हास्यकर है कि कैसे हममें से अधिकांश अपने लैपटॉप स्क्रीन में देखने के बदले व्याकरण और शब्द विन्यासों की त्रुटियाँ तब लक्ष्य करते हैं जब हम उन्हें छपी हुई देखते हैं।
4. अपनी दुर्बलताओं को जानें
एकमात्र आप ही हैं जो सबसे अच्छी तरह से जानता है कि आप अधिकतर किन शब्दों और वाक्यांशों का प्रयोग करते हैं। उनकी एक सूची बना लीजिए, और देखिए कि अपने लेखन में आपने कितनी बार उन्हे प्रयोग किया है। उन नए शब्दों तथा रूढ़ोक्ति वाक्यांशों के लिए आँखें खुली रखें जो आपकी जानकारी के बिना आपके लेखन में प्रवेश कर गई हैं, और उनकी कटौती कर दें। उन्हें काट दीजिए, बदल दीजिए, और सुनिश्चित कीजिए कि आप अपने लेखन में बार-बार दोहराते हुए प्रतीत नहीं होते हैं।
5. कोई भी दया नहीं दिखाएँ और अपनी सहज-प्रवृत्ति का अनुसरण करें
यदि कुछ चीजें, पात्र और घटनाएँ तब अच्छी अवधारणा प्रतीत हुए थे जब आपने उन्हें लिखा था, परंतु अब अच्छे नहीं लगते, उन्हें काटने से डरिए नहीं। अपने-आप के प्रति सत्यनिष्ठ रहें। यदि यह अच्छा नहीं है तब इसे मिटा डालने या पुनःलिखने की आवश्यकता है। यदि वाक्य बहुत लंबा है और अबोधगम्य है, तब इसे छोटे वाक्यों में विभाजित कीजिए। यदि अंतिम परिणाम केवल अच्छा प्रतीत होता है, परंतु अच्छा अनुभव नहीं होता, अपनी सहज-प्रवृत्ति को सुनिए और इसे बदल या काट डालिए।
Image credit: Zepfanman.com on flickr and reproduced under Creative Commons 2.0[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/12/photo.jpg[/author_image] [author_info]Georgina Roy wants to live in a world filled with magic.
As a 22-year-old art student, she’s moonlighting as a writer and is content to fill notebooks and sketchbooks with magical creatures and amazing new worlds. When she is not at school, or scribbling away in a notebook, you can usually find her curled up, reading a good urban fantasy novel, or writing on her laptop, trying to create her own.
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