किसी भी अन्य व्यक्ति की तरह, लेखक भी टालमटोल-प्रवण हैं। लेखकों में इसके व्यापक विस्तार का कारण यह तथ्य है कि लिखना नौ बजे से पाँच बजे की नौकरी नहीं है। और कभी-कभी लेखकों का अवरोध (writer’s block) जैसी अकृत्रिम समस्याएँ रहती हैं या यह तथ्य होता है कि आपको बाज़ार जाने जैसी चीजों में समय व्यय करना पड़ता है। परंतु यदि आप अपनी पुस्तक समाप्त करना चाहते हैं, तब किसी बिंदु पर आपको टाल-मटोल को साथ निपटना पड़ेगा और परियोजना समाप्त करने के लिए एकाग्रचित्त होना पड़ेगा। इसे यथार्थ में कैसे किया जाना चाहिए यह पूर्णतः अलग प्रश्न है। थोड़ी सी योजनाबद्धता के साथ इसे किया जा सकता है।
1. नियमित अनुसूचियों की सृष्टि करें
यह सत्य है, कि लिखना एक सृजनात्मक कला है, परंतु इसके बावजूद आपकी पुस्तक को नियमित अनुसूची में लिखे जाने के लिए स्थान है। यदि आप पुस्तक पर पहले से ही कार्य कर रहे हैं, तब इसे वास्तव में लिखने के लिए प्रतिदिन कुछ समय अलग निकाल रखें। यदि आप पूर्णकालिक कार्य कर रहे हैं, तब भी आपको अपनी प्रतिभा के संस्पर्श में रहने की आवश्यकता है, भले ही यह प्रतिदिन एक घंटे के लिए ही क्यों न हो। है। पूर्णकालिक लेखन के लिए सप्ताह में एक दिन अलग रखिए। वैकल्पिक रूप से, यदि आप कर सकें, इसे चार-घंटे के कार्य-सप्ताह में बदलने के लिए प्रयास करें, जिससे अपनी पुस्तक पर कार्य करने के लिए आपको पर्याप्त समय मिले। यदि आप पूर्णकालिक लेखक हैं, तब आपकी अऩुसूची और भी अधिक कठोर होनी चाहिए। इस स्थिति में छः से आठ घंटे तक कार्य करें। सबसे महत्वपूर्ण चीज है अपनी अनुसूची के साथ लगे रहना।
2. अंतिम समय-सीमा तर्कसंगत रखें
अपनी पुस्तक के विस्तार के जानकार केवल आप हैं, इसलिए इसे पूरी करने के लिए केवल आप ही सही अंतिम समय-सीमा निर्धारित कर सकते हैं। पहले प्रारूप को पूरा करने में लगने वाले समय पर विचार करें। आपको शोध के लिए आकस्मात प्रेरणाओं के लिए समय के लिए भी प्रावधान रखना पड़ेगा जो कहानी को, जहाँ यह पहले थी उससे पूर्णतः परिवर्तित कर सकते हैं। इन सब को ध्यान में रखते हुए, यह सुनिश्चित कीजिए कि आपने अपने लिए जिस अंतिम समय-सीमा को निर्धारित किया है वह उचित है। अनुचित अंतिम समय-सीमाओँ को यदि आप पूरा नहीं कर सके, तब यह केवल आपको निराश करेंगी। एक बार जब आप जान लेते हैं कि आप पुस्तक को कब समाप्त करना चाहते हैं, तब आप इसे करने के लिए अपना गतिक्रम निश्चित करने में सक्षम होंगें।
3. काम करते समय टाइमर लगाएँ
यदि आपकी समस्या विभिन्न अन्यमनस्कताओं के कारण अपनी परियोजनाओं पर ध्यानकेंद्रण का अभाव है, तब आप अपनी अपेक्षा की तुलना में कितनी देर तक काम कर रहे हैं इसे यथार्थ रिकॉर्ड कर रखना एक अच्छी सोच होगी। एक बार जब आपको बोध हो जाता है कि लिखने के लिए निर्धारित रखे गए समय में आप वास्तव में कितना कम काम कर रहे हैं, तब आप इसमें सुधार कर सकते हैं। यदि आपको लिखते समय ब्राउजिंग करने और नेट पर सभी प्रकार के निबंधों को पढ़ने का अभ्यास है, तब लिखने के समय के दौरान अपना इंटरनेट बंद कर दीजिए। टीवी, स्मार्टफोन, या अन्य कोई भी उपकरण जिनका एकमात्र उद्देश्य आपको काम समाप्त करने से रोकना प्रतीत होता है, उनके लिए भी यही ठीक है।
4. विवरणों को बाद के लिए छोड़ दें
किसी अच्छे लेखक के द्वारा सामना किए जाने वाले अत्यंत समय-ग्रासक नियत-कर्मों में से एक है उन छोटे-छोटे विवरणों पर शोध करना जो कहानी को विश्वसनीय और रोचक बनाते हैं। इसे गलत नहीं समझिए – यह आपके लेखन का अपरिहार्य अंश है। परंतु इसे उस समय किया जाना आवश्यक नहीं है जब आप वास्तव में पहला प्रारूप लिख रहे हैं। यद्यपि आपके शोध का अधिकांश आपके पुस्तक लिखने के पहले ही पूरा किया जाना चाहिए, विवरणों को, लिखना समाप्त किए जाने तक के लिए छोड़ रखना आपके लिए आवश्यक है। प्रत्येक बिंदु पर छोटी-छोटी चीजों पर शोध करने का अर्थ आपके लिखने में रुकावट है। यह आपको विचलित भी करेगा और आपके प्रवाह में विघ्न डालेगा। कहाँ आपको अधिक शोध की आवश्यकता है इसे लिख कर रखें और इन गौण परिवर्तनों को प्रारूप पूरा करने के बाद कीजिए।
5. अपनी कहानी को योजनाबद्ध करें
अवश्य ही, यह ज्ञात है कि एक बार जब आप लिखना आरंभ करते हैं, तब आपकी कहानी अपना जीवन प्राप्त कर लेती है। आप अनगिनत परिवर्तन करना चाह सकते हैं और आपने जिस पुस्तक को लिखना आरंभ किया था उससे अलग उत्पाद के साथ समाप्त कर सकते हैं। तब भी, इसका अर्थ यह नहीं है कि आप आरंभ में ही कहानी की संरचना को आयोजित नहीं कर सकते। काम करने के लिए किसी ठोस संरचना का अभाव में, आप किसी घटिया कृति को उत्पन्न करेंगे या बीच में ही खो जाएँगे क्योंकि आपके पास कोई अवधारणा नहीं रहेगी कि आप कहाँ जा रहे हैं। सर्वदा सुनिश्चित कर रखिए कि आपको स्पष्ट अवधारणा है कि कहानी कहाँ जा रही है और आप वास्तव में किस प्रकार की कहानी कहना चाहते हैं।
Image credit: Vic on flickr and reproduced under Creative Commons 2.0[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2015/02/IMG_20141217_101736441.jpg[/author_image] [author_info]Kavitha is a freelance content writer and French translator, and has been working in this field since 2008. She has degrees in computer applications and international business and has a background in business and international trade. She enjoys learning languages and is currently learning Japanese. Her interests vary from books and writing to travelling and history.[/author_info] [/author]