दुःख और विषाद जीवन के अंश हैं, ठीक उतने ही जितने जैसे प्रेम और प्रसन्नता हैं। किसी भी प्रकार के उपन्यास में, उन दृश्यों का जिनमें पात्र प्रसन्न हैं पाठकों पर बड़ा प्रभाव पड़ता है, परंतु वे दृश्य, जो मर्मांतक रूप से विषादपूर्ण होते हैं वे आपके पाठकों को उस कहानी पर आँसू गिरवा देंगे जो वास्तव में सत्य नहीं है। अतः, यह क्यों होता है? अवश्य ही, क्योंकि यदि आपने उन पात्रों की सृष्टि की है जो विश्वसनीय हैं और जिनके साथ सरलता के सथ जुड़ा जा सकता है, तब आपके पाठक उनके लिए चिंता करते हैं, उनके साथ पहचान बनाते हैं और जब आपके पात्र किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति को खो देते हैं, या भग्न-हृदयता से ग्रस्त हो जाते हैं, तब आपके पाठक उस भावनात्मक पीड़ा का अनुभव करते हैं जैसे यह उनकी अपनी पीड़ा हो – यही कारण है कि किसी लेखक के रूप मैं आपको निम्नलिखित पाँच चरणों का अनुसरण करने की और अपने शोकाकुल दृश्यों को भावनात्मक रूप से आवेशित करने की आवश्यकता है, कष्टपूर्ण दृश्य जो आपके प्रत्येक पाठक को स्पर्श करेंगे।
1. दृश्य का पूर्वाभास दें
किसी दृश्य को पूर्वाभासित करना शोकाकुल दृश्यों के लिए एक लेखन उपकरण है जो वास्तव में उपयोगी हो सकता है, विशेष रूप से यदि आप उस दृश्य के महत्व को गुरुता देना चाहते हैं। घटना की संभावना का अनौपचारिक उल्लेख कीजिए जो विषादमय दृश्य का ध्यान-केंद्रण रहेगा, वार्ता के दौरान उन दोनों पात्रों के बीच, या अग्रणी के आंतरिक विचार, जो दृश्य को अधिक बल देगा। और यह भी, कि जो दृश्य और घटना इसका कारण बनते हैं उन्हें एक आश्चर्य के रूप में आना चाहिए – इसलिए यदि आप दृश्य को पूर्वाभाषित करना चाहते हैं, तब सुनिश्चित कीजिए कि प्रत्येक संलिप्त पात्र विश्वास करता है कि यह घटना असंभव है।
2. इसका निजीकरण करें
ऐसी चीजें हैं जिसे विश्व का लगभग प्रत्येक व्यक्ति – और इससे, आपके लगभग सभा पाठक विषादमय बोध करेंगे। परंतु जो किसी दुःखद दृश्य को अधिक शक्ति देता है, इसे विषादमय से शोकार्त बना देता है वह है निजीकरण। आपके पाठकों के लिए नहीं, बल्कि आपके पात्रों के लिए। उदाहरण के लिए, मृत्यु जीवन का एक अंश है, परंतु जब हम किसी प्रिय व्यक्ति, किसी जोड़ीदार, भाई, बहन, माँ या पिता को खो देते हैं, यह हमारे जीवन को काले बादलों से घेर देता है जो कभी भी नहीं छंटते हैं।
3. इसे विडंबना के पुट दीजिए
किसी विषण्ण दृश्य में पूर्वाभास के द्वारा, तथा पात्रों की इस धारणा से विडंबना आएगी की ऐसी घटना कभी नहीं घटेगी। आपके अग्रणी तथा पात्र दूसरी ओर ताक रहे थे, और किसी अन्य दिशा से आते हुए खतरे को उन्होंने नहीं देखा था। यह विषण्णता की एक दूसरी परत चढ़ा देता है, और पात्रों को अपने निर्णयों पर पुनर्विचार करने के लिए बाध्य करता है और उन्हें विकसित करता है। इसके अतिरिक्त वे “यदि ऐसा होता” दृश्यावलियों में सोचना आरंभ करेंगे, और समझने का प्रयास करेंगे कि इस घटना को रोकने के लिए वे क्या कुछ कर अलग सकते थे, जो इस घटना को उनकी भावनात्मक अवस्था पर अधिक शक्ति देता है।
4. वातावरण योग करें
दृश्यों में पाँचों इंद्रिय-बोधों को सम्मिलित करना नहीं भूलें – दृष्टियों, ध्वनियों से ले कर स्पर्श तक। प्रत्येक चीज परिवर्धित हो जाती है और आपके पात्रों की भावनात्मक अवस्था को उत्कटता देती है, और इनके द्वारा, आपके पाठकों को देती है। सूर्य निकला हुआ हो सकता है, परंतु, अदर वे किसी तूफान का अनुभव करते हैं। या आप दूसरा पथ अपना सकते हैं और वातावरण को पात्रों के अनुभवों से मेल खाता हुआ रख सकते हैं। और वातावरण भी आपके पात्रों के आचरणों से पूर्ण किया जाता है। इसलिए, अच्छी तरह से सोचिए कि आपके पात्र कैसी प्रतिक्रिया देंगे – क्या वे साहसी चेहरा बना कर रखेंगे, या उन्मत्त कीचड़ बन जाएंगे?
5. व्यतिरेक जोड़िए
अपने पात्रों को उनलोगों को दिखाइए जो ठीक उस समय प्रसन्न रहते हैं जब उन्हें अनुभव हो रहा होता है कि दुनिया का अंत हो गया है। यह उन्हें पहले से भी अधिक विषादग्रस्त करेगा, परंतु तब, धीरे-धीरे और यथाक्रम, वे इस निष्कर्ष पर आएँगे कि जीवन चलता रहता है। तथापि, प्रत्येक चीज कोई चिह्न छोड़ती है – और जिस शोकपूर्ण चीज से हो कर वह गुजरे थे, चाहे वह किसी प्रिय व्यक्ति की मृत्यु हो, या विलगाव या कोई अन्य चीज जिसे आपके पात्र गहराई से अनुभव करेंगे। अतः, उनका यह समझना भी कि भविष्य में आनंद-भरे पल होंगे, वह इस बोध से भरा होगा कि वे नहीं भूलेंगे, और प्रसन्नता का अनुभव कभी भी पहले जैसा नहीं रहेगा।
Image credit: Orin Zebest on flickr and reproduced under Creative Commons 2.0[author] [author_image timthumb=’on’]https://writingtipsoasis.com/wp-content/uploads/2014/12/photo.jpg[/author_image] [author_info]Georgina Roy wants to live in a world filled with magic.
As an art student, she’s moonlighting as a writer and is content to fill notebooks and sketchbooks with magical creatures and amazing new worlds. When she is not at school, or scribbling away in a notebook, you can usually find her curled up, reading a good urban fantasy novel, or writing on her laptop, trying to create her own.
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